लापरवाही का गढ़ बनता जा रहा है फरीदाबाद, कन्टेनमेंट जोन से गायब हैं पुलिस के नाके

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फरीदाबाद में आए दिन महामारी से ग्रसित मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। बिमारी का संक्रमण काफी तेजी से फ़ैल रहा है इससे शहर में ज्यादा से ज्यादा पीड़ितों के सामने आने का खतरा बरकरार है। मरीजों की संख्या की बात की जाए तो आए दिन 500 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।

इस स्थिति में बात की जाए सुरक्षा प्रणाली की तो उनके द्वारा भी आला कदम उठाए जाने में आनाकानी की जा रही है। क्षेत्र में कन्टेनमेंट जोन की संख्या में इजाफा हुआ है। जिस तरीके से महामारी के मामले सामने आ रहे हैं उसे ध्यान में रखते हुए लोग अपने ही घरों में ही आइसोलेट हो रहे हैं।

लापरवाही का गढ़ बनता जा रहा है फरीदाबाद, कन्टेनमेंट जोन से गायब हैं पुलिस के नाके

ऐसे में उस क्षेत्र में पोलिस प्रणाली का तैनात रहना अतिआवश्यक है पर बात की जाए मौजूदा हालात की तो पुलिस द्वारा लापरवाही दिखाई जा रही है। क्षेत्र में उन सभी जगहों में से नाके गायब हैं जहां पर बिमारी से जुड़े नए मामले सामने आए हैं।

लापरवाही का गढ़ बनता जा रहा है फरीदाबाद, कन्टेनमेंट जोन से गायब हैं पुलिस के नाके

ऐसे में लोग उन इलाकों में बेरोकटोक घूम रहे हैं और एक दुसरे से मिल भी रहे हैं। आपको बता दें की संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए इस बार सार्वजनिक रूप से छठ महापर्व को मनाने की भी इजाज़त नहीं मिल पाई। ऐसे में लोग व्यर्थ ही बाहर घूम रहे हैं। पुलिस द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करवाने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

लापरवाही का गढ़ बनता जा रहा है फरीदाबाद, कन्टेनमेंट जोन से गायब हैं पुलिस के नाके

साथ ही साथ कन्टेनमेंट जोन से गायब हुए नाकों से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। आपको बता दें कि क्षेत्र में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्हे कन्टेनमेंट जोन के बारे में कोई जानकारी नहीं हैं। ऐसे में उन इलाकों को पहचान ने में परेशानी हो रही है। सेक्टर 4 में करीब आठ इलाकों को कन्टेनमेंट जॉन घोषित किया गया है।

लापरवाही का गढ़ बनता जा रहा है फरीदाबाद, कन्टेनमेंट जोन से गायब हैं पुलिस के नाके

पर हैरानी की बात यह है कि वहां रहने वाले अधिकतर लोगों को इन इलाकों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। जिसके चलते लोग इन इलाकों में बेखौफ होकर घूम रहे हैं। इस पूरे मामले में प्रशासन की ओर से भी एक बहुत बड़ी चूक देखि गई है। किसी भी स्थान पर सेनीटाइजेशन प्रक्रिया को नहीं किया गया है जिससे अभी भी खतरा बना हुआ है।