भारत सरकार द्वारा हर वो मुमकिन कार्य किया जा रहा है जिससे भारत देश का एक एक नागरिक सुरक्षित हो . अब चाहे वो देश के अंदर हो या देश के बाहर लेकिन हर हिंदुस्तान की सलामती भारत सरकार का कर्तव्य है ।
इसलिए सरकार ने एक बार फिर बाहर देशों में पड़ने वाले छात्र छात्राओं भारत लाने का फैसला लिया और 7 मई यानी कि आज उनकी फ्लाईट रवाना की गई ।
इसी के साथ जानकारी के मुताबिक ये विद्यार्थी 8 मई सुबह 3 बजे तक हिंदुस्तान पहुंच जाएंगे । इनमें से जो व्यक्ति हरियाणा के वासी हैं उनको गुरूग्राम व फरीदाबाद में हरियाणा पर्यटन केंद्रों व अन्य चिन्हित स्थानों पर 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा जहां पर उनके स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की भी प्रदेश के बॉर्डर बहादुरगढ़, कुंडली, फरीदाबाद व गुड़गांव में प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थान पर रोक कर जांच की जाएगी और उनका उस राज्य का स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र भी चेक किया जाएगा, जहां से वे लोग आए हैं ।
उन्होंने सभी जिलों के डीसी व कोविड-19 के जिला इंचार्जों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विदेशों से आने वाले विद्यार्थियों, दूसरे राज्यों से हरियाणा में आने वाले प्रदेश के लोगों और माइगेरंट लेबर को ट्रेन के माध्यम से उनके राज्य में भेजे जाने के लिए की गई तैयारियों की बारे में बात करी ।मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जो माइग्रेंट लेबर ट्रेन के माध्यम से बिहार व अन्य दूर-दराज के प्रदेशों में भेजे जाएंगे उनकी भी स्क्रीनिंग की जाए और उसके बाद उनको स्वास्थ्य प्रमाण-पत्र दिया जाए।