सरकार के अनेकों प्रयासों के बाद भी प्रदूषण की समस्या का कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा। बढ़ता प्रदूषण एक गंभीर समस्या के रूप में प्रदेश में सामने आ रहा है। कुछ दिन राहत के बाद शहर में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर तेज रफ्तार से बढ़ने लगा है। 2 दिन पहले शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से नीचे बना हुआ था जो शुक्रवार को एक बार फिर 300 के पास पहुंच गया है।
दीपावली के बाद रविवार के दिन हुई बारिश से दिवाली के पटाखों से हुए प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली थी जिसके बाद 3 दिन तक शहर के लोगों को सांस लेने के लिए साफ हवा मिल पाई। एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़ों की माने तो सोमवार मंगलवार और बुधवार को एकयूआई 200 से नीचे दर्ज किया गया लेकिन गुरुवार को एक बार फिर इस आंकड़े में इजाफा देखने को मिला।
शुक्रवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 255 रिकॉर्ड किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार यहां हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 20 नवंबर को 297 दर्ज किया गया है। यह बढ़ते आंकड़े प्रदूषण के बढ़ते खतरे को भलीभांति दर्शाते हैं। सेक्टर 16 में AQI 312, एनआईटी क्षेत्र में 301, सेक्टर 30 में 280 और सेक्टर 11 में 295 सूचकांक दर्ज किया गया।
हालांकि बल्लभगढ़ की हवा इन इलाकों से काफी साफ रही। जहाँ एयर क्वालिटी इंडेक्स 152 रिकॉर्ड किया गया प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर दिनेश कुमार के अनुसार पिछले दिनों की तुलना प्रदूषण का स्तर तेज रफ्तार से बढ़ रहा है और यह इजाफा एक बार फिर चिंताजनक है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि 20 नवंबर को दर्ज किया गया आंकड़ा 297 जल्द ही 300 के पार पहुंच सकता है जो अच्छा संकेत नहीं है।