सर्दियाँ आते ही जुर्म की वारदातों को अंजाम देने के लिए सभी आपराधिक गैंग और भी सक्रिय हो जाते है ,क्युकी सर्दियों में पड़ता कोहोरा उन्हें अपने मकसद को अंजाम देने में और भी मद्दतकारी साबित होता है।इस दौरान लूटमार की घटना को ज्यादा अंजाम दिया जाता है ,परन्तु अगर बात की जाये चैन स्नेचिंग की तो वह अक्सर गर्मियों में ही होती है।
लेकिन इस बार महामारी के प्रसार पर रोक लगाने के लिए सरकार ने गर्मियों में लॉक डाउन घोषित किया हुआ था ,जिसकी वजह से स्नेचिंग की वारदातों पर लगाम लगी थी। लेकिन जैसे ही अनलॉक की स्तिथि घोसित हुई बदमाशों ने फिर से अपने काम को अंजाम देना शुरू कर दिया।
हर साल गर्मियों के दौरान ही झपटमारी की वारदाते बढ़ती है , इस बार लॉक डाउन के कारन लोग अपने घरो से बहार नहीं निकल रहे थे। इसलिए झपटमारो को भी मौका नहीं मिल रहा था। अब जब सब कुछ पटरी पर आ गया है तो झपटमरी की वारदात भी बड़ी है। सर्दियों के दौरान महिलाएं गर्म कपड़े पहनती हैं तो इस दौरान जा पटवारी रुक जाती है।
मगर इस बार सर्दियों में भी झपट मारी हो रही है अमूमन मार्केट में घूम रही या ऑफिस से आने जाने वाली महिलाएं चेन झपट मारो के निशाने पर होती है दो तोले की चेन की कीमत 55 हजार से ज्यादा है। लेकिन ज्वेलर्स को बेचने पर झपट मारो को करीब 25हजार मिलते हैं बड़ी संख्या में झपट मार गोल्ड लोन कंपनियों के पास भी झपट मारी की चेन गिरवी रखते हैं इससे उन्हें बेचने की बजाय ज्यादा रुपए मिलते हैं।
इन क्षेत्रों में बढ़ रही है वारदात
बल्लभगढ़ सेक्टर 7, 8 व 9 ,सेक्टर 12 ,सराय ख्वाजा, सेक्टर 37 ,ओल्ड फरीदाबाद क्षेत्रों में झपटमारी की सबसे अधिक घटनाएं हो रही है।