भलाई का तो कोई जमाना ही नही है ,यह बात इस घटना से बखूबी से साबित होती है ।सड़क पर स्कूटी खींचकर ले जा रहे शख्स पर दयाभाव दिखाते हुए मदद करना एनआइटी-5जी निवासी रविंदर सिंह को महंगा पड़ गया। वह शख्स धोखे से अपनी खटारा स्कूटी रविंदर सिंह के हाथों में सौंपकर उनकी स्कूटी लेकर भाग गया।
शिकायत पर एनआइटी-5 थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रविंदर सिंह ने पुलिस को बताया है कि दोपहर करीब सवा 2 बजे वे स्कूटी पर सवार होकर दवा लेने जा रहे थे। एनआइटी-5 में फ्रूट गार्डन के सामने उन्हें एक नौजवान शख्स लाल रंग की स्कूटी धकेलकर ले जाते मिला। उस युवक ने रविंदर से मदद मांगी।
दयाभाव दिखाते हुए रविंदर ने स्कूटी रोक ली। शख्स ने बताया कि उसकी स्कूटी में पेट्रोल खत्म हो गया है। उसने किसी तरह पेट्रोल पंप तक पहुंचाने में मदद करने को कहा। रविंदर मदद के लिए राजी हो गए। वे अपनी स्कूटी पर सवार होकर पैर से उस शख्स की स्कूटी काे पैर से धकेलने लगे।
वह शख्स भी अपनी स्कूटी पर सवार होकर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगा। थोड़ी देर बाद उस शख्स ने रविंदर से कहा कि आपसे ठीक तरह धक्का नहीं लग पा रहा है। इस बार अदला-बदली कर रविंदर उस शख्स की स्कूटी पर सवार हो गए, वह उनकी स्कूटी पर। रविंदर की स्कूटी पर सवार शख्स ने कुछ दूर तक अपनी स्कूटी को पैर से धकेला। इसके बाद तेज रफ्तार से रविंदर की स्कूटी को लेकर फरार हो गया। रविंदर खड़े होकर उसे देखते रह गए। काफी देर तक उन्हें समझ ही नहीं आया कि उनके साथ हुआ क्या। शख्स की स्कूटी उनके हाथ में थी। उन्होंने गौर किया कि वह स्कूटी पूरी तरह खटारा थी। उन्हें ठगी का अहसास हुआ और पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।