नगर निगम इन दिनों जिन मुश्किल परिस्थितियों से गुजर रहा है उससे हर नागरिक वाकिफ है। नगर निगम के पास ना पर्याप्त फंड हैं और ना ही प्रदेश की प्रगति, उन्नति और सुधार के लिए कोई नीति। ऐसे में नगर निगम आयुक्त के ऊपर जिम्मेदारी के साथ-साथ जवाबदेही की तलवार भी लटकी हुई है। इसी बीच फरीदाबाद नगर निगम ठाकुर लाल शर्मा के स्थानांतरण होने के बाद वीरेंद्र कर्दम को चीफ इंजीनियर का कार्यभार सौंपा गया था।
हालाकी उन्हें कोई नियुक्ति नहीं दी गई थी यह आदेश स्थानीय निकाय विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एसएन राय ने जारी किया था। सूत्रों के हवाले से खबर है कि नगर निगम में विकास कार्यों की गति अवरुद्ध है और कुछ नेताओं के कहने पर पीएल शर्मा का तबादला किया गया है। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं की गई है और यह केवल अनुमान लगाया जा रहा है कि बड़े और ताकतवर नेताओं के इशारे पर ही पीएल शर्मा का तबादला किया गया था।
ऐसे नेताओं के लिए पीएल शर्मा की वापसी उनके लिए करारा जवाब होगी। बता दें की स्थानांतरित होने के बाद पीएल शर्मा सोनीपत नगर निगम में चीफ इंजीनियर के पद पर नियुक्त किए गए थे पर ताजा आदेशों के मुताबिक शर्मा को अब सोनीपत के अलावा फरीदाबाद का भी चीफ इंजीनियर बना दिया गया है। पीएल शर्मा को दो नगर निगम का चार्ज दिया गया और यही कारण है कि अब वीरेंद्र कदम अगले आदेशों तक इंतजार करेंगे।