फरीदाबाद क्षेत्र में प्रदूषण की मात्रा लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में यह जनता और प्रसाशन के लिए चिंता का विषय है कि कैसे प्रदूषण को नियंत्रण में लाया जा सकेगा। शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के लिए तकनीक इजाद करने वाले छात्रों को इनाम दिया जाएगा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से लगातार बढ़ते प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना बनाई है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन पत्र लागू कर दिए गए हैं।
ऐसे में जो भी कम लागत में प्रदूषण को नियंत्रित करने की ईको फ्रेंडली तकनीक तैयार करता है उसे पुरस्कृत किया जाएगा। सीपीसीबी के मुताबिक शहरीकरण बढ़ने से शहरों की वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है। वहीं वायु गुणवत्ता पर लगाम कसना मुश्किल होता जा रहा है।
शहरों में पीएम (2.5) और पीएम (10) प्रदूषण बढ़ने के मुख्य कारण है। ऐसे में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए तकनीकी उपाय ढूंढ़ने ही प्रतियोगिता का मकसद है। प्रतियोगिता में कोई भी छात्र, व्यक्ति, शिक्षण संस्थान, इनोवेटर, रिसर्च डेवलोपमेन्ट सेंटर, निकाय समूह, एनजीओ या कंपनी भाग ले सकते हैं।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने हर किसी की नाक में दम कर रखा है। बात की जाए फरीदाबाद की तो क्षेत्र में दिवाली के समय पर प्रदूषण के क्रमांक में इजाफा हो गया था। पर अगले दिन हुई बारिश ने क्षेत्र के हालात में सुधार कर दिया था जिससे हवा सांस लेने लायक हो गई थी।
पर पुनः प्रदूषण के स्तर में इजाफा हो गया और लोगों को परेशानी होने लगी। ऐसे में कार्य प्रणाली द्वारा उठाए जा रहे कदम सराहनीय हैं। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए फिलहाल किसी भी तरह की तकनीक का गठन नहीं हो पाया है। ऐसे में प्रतियोगिता के माध्यम से किसी ईको फ्रेंडली तकनीक के इजाद किए जाने से पर्यावरण संकरश्रण हो पाएगा।