बड़खल झील को पुनः पानी उतारने की बात की जा रही है। इस कवायद को पूरा करने के लिए कार्य प्रणाली द्वारा प्रखर तरीके से कदम उठाए जा रहे हैं। झील में पानी उतारने के लिए विशेषज्ञों से संपर्क किया गया है। बता दें कि इससे पूर्व फरीदाबाद में स्थित बड़खल झील में पानी उतारने के लिए विशेषज्ञों से बात की गई थी।
पर महामारी के संक्रमण ने झील के जीर्णोंद्धार पे विराम लगा दिया था। अब झील की जर्जर हालत को देखते हुए कार्य प्रणाली द्वारा आला कदम उठाए जा रहे हैं। झील की सतह पर दरारे आई हुई हैं और उसे सही करवाने के लिए कार्य प्रणाली ने विशेषज्ञों से बात करना मुनासिब समझा है।
झील को भरने के लिए सेक्टर 21 में एक एसटीपी तैयार किया जा रहा है। जहां से प्रतिदिन 10 एमएलडी पानी इस झील में भरा जाएगा। विशेषज्ञों की टीम पानी को रोकने के लिए उपाय बताएगी और कितने दिनों में झील भरेगी। इसका आंकलन विशेषज्ञ करेंगे।
हालांकि अभी केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से इसका अनापत्ति प्रमाण पत्र आना भी बाकी है। बड़खल झील में पानी नहीं होने के कारण जगह जगह दरारे हो गई हैं। स्मार्ट सिटी लिमिटेड के कार्यकारी अभियंता अरविन्द कुमार ने बताया है कि बड़खल झील की दरारों को भरने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया जाएगा।
इसके लिए राज्य सरकार को आवेदन किया है। आपको बता दें कि काफी समय से बड़खल झील में पानी उतारने की बात की जा रही है। ऐसे में हर किसी के बीच यह संशय बरकरार है कि प्रशासन द्वारा उठाया गया यह कदम कहीं जुमला तो नहीं।
देखना लाजमी होगा कि कार्य प्रणाली द्वारा कितनी तेजी से काम किया जाता है। पिछले काफी समय से झील में पानी उतारने की बात की जा रही है पर अभी तक कोई बदलाव नहीं हो पाया है। बड़खल फरीदाबाद क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है और इसका रक्षण अनिवार्य है। ऐसे में प्रशासन को प्रखर रूप से कदम उठाने की जरूरत है।