एक तरफ दुनिया के लगभग सारे देशों में अपराध बढ़े हैं, वहीं नीदरलैंड्स ऐसा मुल्क हैं, जहां की जेलें बंद होने की कगार पर हैं। जी हां यहां अपराध न के बराबर होता है जिसकी वजह से इस देख खूब तारीफ भी होती है। इसकी वजह वहां की खराब व्यवस्था नहीं, बल्कि लो क्राइम-रेट है। साथ ही जो कैदी जेल जाते हैं, उन्हें जल्दी से जल्दी बाहर निकालकर समाज से जोड़ने की मुहिम शुरू हो जाती है।
यही वजह है कि देश की लगभग सारी जेलें बंद हो चुकी हैं। नीदरलैंड में अपराध कम होने की वजह से कैदियों का अकाल पड़ गया है। इसीलिए ये देश दूसरे देश से कैदी को मांगता है। अब तो हालात ऐसे हैं कि यहां की जेलें खाली ही हो गई है। स्टडी में ये बात सामने आई थी कि 1 लाख की आबादी पर यहां सिर्फ 61 लोग ही अपराध करते हैं, वो भी इतने संगीन नहीं होते कि उन्हें लंबे समय तक जेल में रखा जाए।
ऐसे में अगर नीदरलैंड का जेल बंद हो गया तो कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे। आपको बता दे कि 2 हजार लोग अपनी नौकरी खो देंगे। वहीं जेल में कैदी नहीं होने की वजह से नार्वे से कैदियों को भेजा जा रहा है। बता दे नार्वे में अपराध दर्ज काफी ज्यादा है इसीलिए कैदियों की संख्या भी ज्यादा है इसीलिए यहां से नीदरलैंड कैदियों को भेजा जा रहा है।
वहीं नीदरलैंड की वर्तमान आबादी लगभग 1.73 करोड़ है। इसे देखते हुए यहां के जस्टिस विभाग ने अनुमान लगाया कि साल 2023 तक पूरे देश में कुल मिलाकर 9,810 अपराधी हो सकते हैं। कैदियों की ये संख्या अधिकतम मानी जा रही है। बता दें कि ये व्यवस्था साल 2015 में शुरू हुई क्योंकि नार्वे के पास अपने कैदियों को रखने की जगह कम पड़ रही है। इसीलिए वो अपने कैदियों को नीदरलैंड भेजने का काम कर रही हैं।