एक ओर महामारी के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं और दूसरी ओर मौसम कहर बरसा रहा है। सर्दियों के सबसे सर्द 2 महीने दिसंबर और जनवरी शुरू होने वाले हैं और इसमें सबसे ज्यादा मदद की जरूरत बुजुर्गों और बेसहारा लोगों को पड़ेगी। बुजुर्गों का ख्याल रखने के लिए जिला पुलिस ने सीनियर सिटीजन सेल बनाई हुई है इस चलने लॉकडाउन के समय में भी बुजुर्गों को दवाइयां और जरूरत की अन्य चीजें जैसे राशन और कपड़े उनके घर तक पहुंचाए थे।
लॉकडाउन के काल में मुख्य भूमिका निभाते हुए पुलिसकर्मी नजर आए थे और बीते 10 महीने से सीनियर सिटीजन सेल के हेल्पलाइन नंबर पर बुजुर्गों ने सहायता मांगी है और उन्हें सहायता मिली भी है। सीनियर सिटीजन सेल द्वारा की गई इस सेवा और तत्परता के लिए जिन बुजुर्गों को मदद मिली है उन्होंने शत-शत नमन और धन्यवाद किया है। मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए अब सीनियर सिटीजन सेल ने बुजुर्गों की मदद के लिए थाना स्तर पर समितियों का भी गठन किया है।
5 सदस्य समिति में दो पुलिसकर्मियों के साथ संबंधित इलाके के तीन मौजूद लोग भी शामिल किए गए हैं। इस समिति का गठन करने के पीछे बुजुर्गों की सेवा और सहायता एकमात्र लक्ष्य है। इसमें जिले के उच्चाधिकारी उद्यमी सामाजिक कार्यकर्ता और आरडब्ल्यूए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य भी शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि समय-समय पर इस समिति की बैठक होती रहती है। जिसमें नए और बेहतर तरीकों पर बातचीत कर उन्हें लागू किया जाता है।
इतना ही नहीं पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बुजुर्गों को थाना स्तर पर कानूनी सहायता के लिए भी निशुल्क वकील उपलब्ध करवाए गए हैं। इतना ही नहीं पुलिस जिस तरीके से एक मसीहा के रूप में सामने आ रही है उसमें बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर लगवाने का आयोजन करना भी एक सुविधा है।
सीनियर सिटीजन सेल बुजुर्गों की समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाने के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए। वरिष्ठ नागरिक क्लब के पदाधिकारियों के संपर्क में भी रहती है। यह क्लब सेक्टर 83 और सेक्टर 21a में बना हुआ है इसके अलावा विभिन्न सेक्टर में बुजुर्गों की 24 फॉर्म भी बनाई हुई है जिन से जोड़कर बुजुर्गों को स्वास्थ्य जांच शिविर में दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।