शादियों का सीजन शुरू हो गया है और इसके साथ ही जिन परिवारों में शादियां हैं। उनमें गाजे-बाजे और शहनाई की धुन सुनाई देने लगी है शादियों की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। ऐसे में मेहमानों की बुलाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। आमतौर पर सभी शादी में मेहमानों पर जोर देते हैं कि आप तो अपने परिवार सहित जरूर शादी समारोह में शामिल होना है। मेहमानों रिश्तेदारों और सगे संबंधियों को आमंत्रित करने के लिए लंबी चौड़ी सूची भी तैयार की जाती है।
मौजूदा स्थिति में करो ना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए नई गाइडलाइंस के मुताबिक एक बार फिर शादी समारोह में लोगों की संख्या पर पहरा लग गया है। जहां पहले शादी समारोह में 200 लोगों की उपस्थिति की अनुमति दे दी गई थी वहां अब फिर से बैंकट हॉल में 50 और खुले में 100 मेहमानों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। अब मुश्किल यह खड़ी हो गई है कि जिन लोगों ने पहले ही 200 मेहमानों को शादी में आने का न्योता भेज उन्हें आमंत्रित किया था।
अब उस निमंत्रण को नकारा जाए तो कैसे परिवार जन इसी असमंजस में है कि पहले कार्ड देकर निमंत्रण भेजा है और अब और मेहमानों को किस मुंह से मना किया जाए। जिन परिवारों में शादी का माहौल है उनमें से कुछ लोगों का कहना है कि अगर यह आदेश कुछ दिन पहले आ जाते तो काफी अनुकूल खेती होती पर अब क्योंकि सभी मेहमान और रिश्तेदारों को न्योता भेज दिया गया है तो बैंकट हॉल के स्टाफ और अधिकारियों से सहयोग प्राप्त करके मेहमानों की दावत के टाइम को बढ़ाया जाएगा।
जिसमें एक बार पर सिर्फ 50 ही मेहमानों को एंट्री दी जाएगी। एनआईटी क्षेत्र में स्थित मेट्रो गार्डन के प्रबंधक शमशेर का कहना है कि सरकार द्वारा जारी की गई सभी गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाएगा और आमजन से भी यही अपील की जाती है कि वह अपने कार्यक्रम में मुख्य मेहमानों को ही बुलाएं।