पुलिस चौकी सेक्टर 3 प्रभारी यासीन खान ने गश्त के दौरान रोती हुई मिली एक 3 साल की लड़की के परिजनों को बीट प्रणाली की मदद से ढूंढकर उनके माता-पिता के हवाले कर दिया है|
कल सुबह पुलिस चौकी सेक्टर 3 प्रभारी अपनी चौकी क्षेत्र में गश्त कर रहे थे तभी रास्ते में एक महिला ने उन्हें सूचना दी कि एक छोटी बच्ची अपने घर का रास्ता भूल गई है और रो रही है| चौकी प्रभारी गाड़ी रोककर बच्ची के पास गए और उससे उसका नाम व घर के बारे में पूछा परन्तु छोटी बच्ची बहुत सहमी हुई थी इसलिए कुछ भी बताने में असमर्थ थी|
चौकी प्रभारी बच्ची और जिस महिला ने उसकी सूचना दी थी दोनों को चौकी में ले आए| इसके बाद उन्होंने बच्ची को आराम से बैठाया और पानी पिलाने के पश्चात् उससे उसके माता-पिता के बारे में पूछताछ की परन्तु बच्ची ने कुछ नहीं बताया|
इसके बाद बच्ची को अपने विश्वास में लेने के लिए चौकी प्रभारी यासीन खान ने बच्ची के लिए चाय और बिस्किट मंगवाया ताकि छोटी बच्ची उनके साथ घुल-मिल जाए| छोटी लड़की के चाय पीने के बाद चौकी प्रभारी ने उससे बातचीत करने की कोशिश की जिस दौरान उसने अपना नाम ज्योति (बदला हुआ नाम) बताया परन्तु उसे अपने घर का रास्ता याद नहीं था|
जब बच्ची के परिजनों का कुछ पता नहीं चल सका तो चौकी प्रभारी ने बच्ची की फोटो अपने बीट पुलिस कर्मचारियों को व्ट्सएप पर भेजकर बच्ची के माता-पिता के बारे में पूछताछ करने के आदेश दिए| बीटकर्मियों ने अपने-अपने बीट क्षेत्र में बच्ची की फोटो दिखाकर उसके परिवारजनों के बारे में पूछताछ जिसमे किसी व्यक्ति ने उस बच्ची के पहचान करके उसके घर का पता बताया|
बच्ची के घर का पता लगने के पश्चात् उसके घर जाकर उसके घरवालों को बच्ची के बारे में सूचना दी| बच्ची के माता-पिता बच्ची की सूचना मिलते ही चौकी में अपनी बेटी को लेने पहुंचे| लड़की के पिता विकास ने बताया की उनकी बेटी खेलते-खेलते घर से बाहर चली गई थी और वह काफी देर से अपनी बेटी की तलाश कर रहे थे|
इसके बाद लड़की को सकुशल उनके माँ-बाप के हवाले कर दिया गया जिसे वापिस पाकर वो बहुत खुश हुए और तहे दिल से पूरी पुलिस टीम का धन्यवाद् दिया|
इसके सूचना जैसे ही पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह को मिली उन्होंने पुलिस टीम को उनके द्वारा किए गए कार्य से खुश होकर उन्हें शाबाशी दी और प्रशंसा पत्र से सम्मानित करने की घोषणा की|