मौजूदा समय में फरीदाबाद नगर निगम बहुत ही मुश्किल दौर से गुजर रहा है। परेशानी कुछ ऐसी है कि नगर निगम के पास फंड की ऐसी कमी हो गई है कि अब रोजमर्रा के खर्चे भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में नगर निगम आए दिन स्थिति सुधारने के प्रयासों में जुटा हुआ है फिर चाहे वह सरकार से टाइम ड्यूटी वसूल करने का तरीका हो या फिर टैक्स का नाम देकर रुपए जुटाने का।
नगर निगम इन दिनों काफी सक्रिय तरीके से काम कर रहा है। इसकी वजह भले ही फंड की कमी हो पर नगर निगम ने बैंकों के खिलाफ बकाया टैक्स ना देने पर कार्यवाही तेज कर दी है। नगर निगम ने अपनी टीम को एनआईटी क्षेत्र में सिंडिकेट बैंक ब्रांच को एक करोड़ बकाया टैक्स ना जमा करने पर सील कर देने का आदेश तक दे डाला। बताया जा रहा है कि निगम ने पहले भी कई बार सिंडिकेट बैंक को नोटिस भेजकर बकाया टैक्स जमा करने के लिए कहा था।
बावजूद इसके बैंक की तरफ से मामले में लापरवाही बरती गई और नोटिस को कई बार अनसुना भी किया गया। परिणाम स्वरूप निगम को यह कार्यवाही करनी पड़ी जिसके चलते बैंक को सील कर दिया गया। नगर निगम संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान का कहना है कि निगम क्षेत्र में कई बैंक है जो कमर्शियल व प्रॉपर्टी टैक्स कई सालों से जमा नहीं कर रहे हैं। यही कारण है सिंडिकेट बैंक पर करीब एक करोड रुपए बकाया है। जिसके चलते बैंक ने कई बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद भी 10000000 रुपए की बड़ी रकम देने से बचने की कोशिश की है।
इतना ही नहीं 8 कान का कहना है कि बैंक की तरफ से उसी बिल्डिंग में बगैर अनुमति के एटीएम भी लगाया गया है। जिनकी वन टाइम प्रोसेसिंग फीस जमा होती है और सिंडिकेट बैंक की तरफ से वह फीस भी जमा नहीं करवाई गई थी। संयुक्त आयुक्त प्रशांत अटकान का कहना है कि नगर निगम की एक कड़ी कार्यवाही सिर्फ एक सिंडिकेट बैंक के खिलाफ ही नहीं की गई है। बल्कि निगम जल्द ही दूसरे बैंकों पर भी ऐसी कार्यवाही करने की तैयारी कर रहा है।
इतना ही नहीं इन बैंकों की बकायदा एक सूची तैयार की गई है जिन्होंने सालों से निगम का बकाया टैक्स नहीं जमा करवाया है। संयुक्त आयुक्त का कहना है कि जिन बैंकों ने अभी भी बकाया टैक्स नहीं जमा करवाया है। इस समय रहते करवा दें नहीं तो नगर निगम को मजबूरन ऐसे बैंकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी पड़ेगी।