फरीदाबाद में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से लगातार अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं। परिणाम स्वरूप अब डेढ़ महीने से लगातार दूषित हो रही हवा से आखिरकार लोगों को राहत मिली है। प्रदूषण कम होने का मुख्य कारण हवा में तेजी कहना भी बताया जा रहा है। हवा प्रदूषण के जगह पर इकट्ठे हो जाते हैं जिससे वायु की गुणवत्ता खराब होती है। तेज हवा चलने से प्रदूषण में सुधार हुआ है।
फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक एयर क्वालिटी इंडेक्स 149 दर्ज किया गया सोमवार मंगलवार और बस्ती के अन्य दिनों की तुलना शुक्रवार और शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 178 की गिरावट दर्ज किया गया गुणवत्ता सूचकांक बहुत ही दर्जे का माना जाता है। बल्लभगढ़ की हवा भी फरीदाबाद क्षेत्र के साथ साफ हो रही है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 108 दर्ज किया गया।
दीपावली के त्यौहार के बाद से ही प्रदूषण एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आ रहा था। जिसे नियंत्रण में करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2 टीमों का गठन किया था। ये 2 टीमें प्रदूषण फैलाने वाले कारणों पर नज़र रखे हुई थीं। अनेकों प्रयासों के बाद अब एयर क्वालिटी इम्प्रूव हुई है। क्षेत्रीय अधिकारी दिनेश कुमार का कहना है कि प्रदूषण बढ़ने के अनेकों कारणों में से कुछ कारण बायोलॉजिकल भी होते हैं।
जैसे हवा का प्रवाह न होने की वजह से प्रदूषण के कण एक ही जगह पर एकत्रित हो जाते हैं जिससे स्मॉग की चादर सी बन जाती है। ऐसे में, सड़क हादसों और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। आने वाले सर्दी के महीनों, ख़ास तौर पर दिसंबर और जनवरी में स्मॉग से बचने और करने का ध्यान रखना सभी के लिए अनिवार्य है।