स्मार्ट सिटी फरीदाबाद के लिए कूड़े का अम्बार लगना कोई नई चीज नहीं है। क्षेत्र में जगह जगह कूड़े का ढेर देखा जा सकता है जिसको साफ़ करने के लिए निगम द्वारा प्रकर रूप से कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। क्षेत्र की सबसे व्यस्त सड़क बाईपास रोड पर निगम द्वारा बरती जा रही लापरवाही के अंश देखे जा सकते हैं।
सड़क के किनारों ने कूड़े की चादर ओढ़ रखी है जिससे प्रदूषण के साथ साथ गंदगी में भी इजाफा हो रहा है। ग्रेटर फरीदाबाद में ऐसी बहुत सारी सोसाइटी हैं जहां घरों के बाहर भी कूड़े के ढेर देखने के लिए मिलते हैं। इन घरों के बाहर कूड़े के ढेर से गंध आती है जो लोगों को परेशान कर रही है।
हैरान करने वाली बात यह है कि इन घरों की कीमत करोड़ से कम की नहीं है पर घर के बाहर बुरा हाल मचा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कूड़े के ढेर को लेकर कई बार शिकायत दर्ज करवाई है पर अभी तक कोई मदद नहीं कर पाया है।
मथुरा रोड का हाल भी बाईपास के जैसा ही है। मुख्य सड़क के किनारों पर गंदगी का आलम छाया हुआ है और कार्रवाई के नाम पर निगम का डब्बा गुल है। नगर निगम हमेशा से ही सवालों के कठघरे में घिरा रहता है। विकास कार्य की बात की जाए तो निगम की तरफ से कोई ख़ास कदम नहीं उठाए गए हैं।
स्वछता पखवाड़े के अंतर्गत नगर निगम द्वारा दावा किया गया था कि शहर के हर मोड़ और हर जोड़ पर लगे कूड़े के ढेर को साफ़ कर वहां पर पौधारोपण किया जाएगा। पर अभी तक इस पूरी मुहीम को लेकर निगम द्वारा कोई ख़ास सक्रियता नहीं देखि गई है।
बात करें स्वच्छता पखवाड़े के तो उसके अंतर्गत कहीं पर भी कूड़े के ढेर को जलाने के आदेश नहीं दिए गए थे। यह प्रावधान निकाला गया था कि क्षेत्र में अगर कहीं पर भी कूड़ा जलाया गया तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा।
पर इस फरमान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों के घरों के बाहर खुले में कूड़ा जलता है पर किसी भी तरीके से कार्रवाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में जरूरत है कि कार्य प्रणाली द्वारा आला कदम उठाए जाएं।