चीनी कब्जे वाले तिब्बत से निर्वासित बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा पिछले 59 सालों से भारत में ही रह रहे हैं। बता दें की, दलाई लामा वर्ष 1959 में भारत में शरण लेने आए थे। लेकिन आज भी उनका घर तिब्बत में है जो पोटला पैलेस के नाम से जाना जाता है।
इस घर की भव्यता देखकर आप बस देखते ही रह जायेंगे। आपको बता दे कि दलाई लामा का तिब्बत स्थित महल ‘पोटाला पैलेस’ के नाम से जाना जाता है। चीन ने इसके पुनर्निर्माण का फैसला किया है।
यह एक शानदार बुर्जनुमा भवन है जो तिब्बत का एक प्रतीकात्मक वास्तु है। इसका पूरा कंस्ट्रक्शन तिब्बती वास्तु शैली में किया गया और पहाड़ पर खड़ा हुआ है। पोटला पैलेस को यूनेस्को ने वैश्विक धरोहरों भी में शामिल किया है।
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक इसके सौंदर्यीकरण पर तकरीबन 15 लाख डॉलर का खर्च आएगा। आपको बता दें कि हाल ही में चीन ने दलाई लामा के इस घर के सौंदर्यीकरण की बात कही थी।
इस महल जैसे घर को तिब्बती वास्तुकला से बनाया गया है। ये पूरा घर एक पहाड़ पर बना है जो 41 हैक्टेयर में फैला हुआ है। इस घर में 10 हजार मठ और दो लाख मूर्तियां रखी गई हैं।
आपको कुछ बातें नहीं पता है जिसे जानकर आपको भी हैरानी होगी। दलाई लामा के इस घर को देखने के लिए रोज सैकड़ों लोग आते हैं। हालांकि यहां पर एक दिन में 1600 लोगों को ही आने की मंजूरी मिल जाती है।
पिछले साल एक करोड़ 37 लाख पर्यटक यहां पर दर्ज किए गए थे। इस महल का निर्माण 1945 में शुरू हुआ था।