कृषि बिल अध्यादेश के खिलाफ सैकड़ों किसान अपने हक के लिए दिल्ली के बॉर्डर पर जमे हुए हैं, और जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में जहां विपक्षी पक्ष द्वारा भी हलदारों के लिए सहयोग का राग अलापा जा रहा है।
वहीं सात समंदर पार भी किसानों की बेबसी पहुंच चुकी है, और उनकी सहायता के लिए सात समुंदर पार भी राजनीतिक दल किसानों के मुद्दे पर मंच पर एकत्रित हो गए हैं।
दरअसल, कनाडा में तमाम राजनीतिक दल हरियाणा और पंजाब के किसानों के लिए एकत्रित होकर मंच पर आए और खुले दिल से किसानों का समर्थन किया। वही कनाडा के भारतवंशी नेताओं का कहना था कि पंजाब के किसान वाक्य सलाम के हकदार है।
वहीं उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से अपने हक की लड़ाई लड़ी जा रही है। ऐसे में जरूरत है कि उन्हें ना ही रोका जाए। इतना ही नहीं मंच के अलावा तमाम नेतागण ने सोशल मीडिया यानी ट्विटर के माध्यम से इस मुद्दे को जोरों शोरों से उठाया और किसान हित के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिखाया।
वैंकुवर से सांसद सुख धालीवाल का कहना है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन किसान का हक है। खासकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में किसानों को यह अधिकार है। वह निजी तौर पर किसानों को लेकर काफी परेशान हैं। ब्रिटिश कोलंबिया की विधायक रचना सिंह का कहना है कि किसानों के साथ जिस तरह से व्यवहार किया गया है, उससे वह काफी आहत हुई हैं।
कनाडा के ब्रैंप्टन नार्थ से सांसद रूबी सहोता ने पंजाब के किसानों पर पानी की बौछार की तस्वीरों को ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा कि यह फोटो दिल दहला देने वाली हैं। ब्रैंप्टन साउथ से सांसद सोनिया सिद्धू का कहना है कि उनके संसदीय क्षेत्र के लोगों ने ऐसी तस्वीरें भेजी हैं, जिसमें किसानों को जबरन रोकने के लिए पानी की बौछार व आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
इन तस्वीरों को देखकर काफी दर्द महसूस हुआ। भारत सरकार को किसानों के साथ मामला बैठकर शांतिपूर्ण तरीके से निपटाना चाहिए। ब्रैंप्टन ईस्ट से सांसद मनिंदर सिद्धू का कहना है कि किसानों के साथ धक्केशाही की तस्वीरों से काफी दर्द महसूस हुआ है। किसानों के साथ अच्छे ढंग से बर्ताव किया जाना चाहिए।