हरियाणा के जिले हिसार से 30 मुस्लिम परिवारों द्वारा हिंदू धर्म में वापसी की खबर सामने आई है जिसमें बताया जा रहा है कि हिसार के एक गांव में दशकों से रह रहे डूम समाज से ताल्लुक रखने वाले 30 मुस्लिम परिवारों द्वारा हिंदू धर्म अपनाया गया है इससे पहले इसी गांव में एक मुस्लिम बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति-रिवाजों के तहत किया गया था।
धर्म परिवर्तन कर घर वापसी करने वाले हिसार जिले के उकलाना मंडी के बिठमड़ा गाँव के निवासी सतबीर का कहना है कि औरंगजेब काल के समय उनके परिवार पर दबाव बनाकर जबरदस्ती उनके पूर्वजों का धर्मपरिवर्तन करवा दिया गया था।
लेकिन आजादी के बाद से ही उनका भाई चारा सदैव हिंदुओं के साथ रहा है। सतबीर का कहना है कि उनके द्वारा किसी भी मुस्लिम रीति रिवाज को नहीं अपनाया जाता। इसके अतिरिक्त उनके परिवार में निकाह की बजाय विवाह भी हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक किया जाता है।
सतबीर ने बताया कि उनके द्वारा किसी भी मुस्लिम प्रथा को फॉलो नहीं किया जाता है वह केवल उनके समाज में होने वाली मृत्यु के पश्चात शव को मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार मिट्टी देते हैं जिस कारण गांव के लोगों द्वारा उन्हें मुस्लिम समझा जाता है लेकिन 8 मई को उनके परिवार की एक बुजुर्ग महिला की मृत्यु के पश्चात उसके शव को हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया।
इसके बाद डूम समाज से ताल्लुक रखने वाले इस गांव के 30 मुस्लिम परिवारों द्वारा हिंदू धर्म में वापसी की गई जिसका गांव के सभी लोगों ने खुलकर सम्मान किया। इन परिवारों का कहना है कि इन्होंने अपनी स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर हिंदू धर्म अपना कर घर वापसी की है।
बता दें कि हरियाणा में इससे पहले भी जींद के दनौदा गांव में 6 मुस्लिम परिवार के करीब 35 सदस्यों द्वारा हिंदू धर्म अपनाया गया था
इस मामले में भी पहले बुजुर्ग महिला का दाह संस्कार हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार किया गया उसके बाद मुस्लिम परिवारों ने घर में यज्ञ हवन कर अपनी स्वेच्छा से अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था।