नीलम पुल पर लगी आग ने पूरे क्षेत्र के यातायात को अव्यस्थित कर दिया है। अब नगर निगम प्रणाली द्वारा पुल ली मरम्मत से जुड़े काम किए जा रहे हैं। नीलम ओवरब्रिज के पिलर्स की मरम्मत करने के लिए नगर निगम को ठेकेदार नहीं मिल पा रहा है।
पिछले सवा महीने से पुल की मरम्मत का काम रुका हुआ है और इसका कारण ठेकेदार की गैरमजूदगी है। पिलर्स की मरम्मत ना हो पाने से लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है जिसके चलते क्षेत्र वासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्षेत्रवासी नगर निगम प्रणाली पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। नीलम पुल पर दोनों तरफ आवागमन से जुड़े सवालों पर निगम प्रणाली की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। निगम फिलहाल इस पूरे मामले में चुप्पी साधे बैठा हुआ है। 22 अक्टूबर को नीलम पुल के नीचे भीषण आग लग गई थी।
पुल के नीचे पड़े कबाड़ के ढेर ने आग पकड़कर पूरे पुल की हालत जर्जर कर दी थी। आग लगने के कारण पुल को मजबूती प्रदान करने वाले तीन अहम स्तंभ जलकर खराब हो गए इसके अलावा पुल के नीचे दीवारें कालिख सेलिपट गई हैं।
आग लगने के कुछ दिन बाद यातायात व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने के लिए नगर निगम ने पुल के पिलर्स को ठीक कर एक तरफ से पुल पर आवागमन को खोल दिया था। पर एक तरफ से यातायात शुरू होने पर भी जाम की स्थिति बानी रहती है ऐसे में जनता की मांग थी कि पुल पर दोनों तरफ से आवागमन शुरू किया जाए।
पुल पर अब दोनों तरफ से वाहनों की आवाजाही को शुरू कर दिया गया है। बहरहाल अभी भी पुल की मरम्मत नहीं हो पाई है। जर्जर हुए पिलर्स को ठीक करने के लिए नगर निगम द्वारा 12 नवंबर को टेंडर पास कराया गया था पर 30 नवंबर तक की समय अवधि तक ठेकेदार नहीं मिल पाया।
इसी के चलते अभी तक पुल मरम्मत का काम विराम पर जा चुका है। फिलहाल पुल के पिलर्स को लोहे के खड़ाव लगाकर खड़ा किया गया है और यतययात को जर्जर हुए पुल के ऊपर दौड़ाया जा रहा है।