मंगलवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट में निकिता हत्याकांड मामले पर पहली गवाही तरुण की हुई। तरुण निकिता का फुफेरा भाई है और साथ ही मामले का एक चश्मदीद गवाह भी है। तरुण ने अदालत में बताया कि 26 अक्टूबर को वह दोनों साथ ही कॉलेज में परीक्षा देने गए थे।
परीक्षा के खत्म होने के बाद जब वे कॉलेज से बाहर निकले तो निकिता उससे थोड़ा सा आगे चल रही थी। निकिता के भाई तरुण का कहना है कि तौसीफ ने उसके सामने ही निकिता को गोली मारी। यह देखते ही वह दौड़कर मौके पर पहुँचा और उसने निकिता के भाई नवीन को जानकारी दी।
उस समय वहां पर किसी साधन का इंतजाम नहीं था, इसलिए निकिता को वह बाइक पर ही कुछ दूर तक लेकर गए, इसके बाद उसको कार में बिठाया और अस्पताल तक पहुंचाया। तरुण इस मामले का एक मुख्य गवाह है, ऐसे में दूसरी तरफ से बचाव पक्ष एडवोकेट पीएल गोयल, अनवर खान और अनीश खान ने तरुण से बहुत से सवाल पूछें।
बचाव पक्ष ने अदालत के सामने तरुण की कहानी को मनगढ़ंत बताते हुए यह साबित करने की कोशिश करी कि निकिता हत्याकांड के समय वह मौके पर मौजूद ही नहीं था। तरुण की गवाही पर करीब तीन घंटे से ज्यादा बहस हुई। निकिता पक्ष की तरफ से वकील एदल सिंह मौजूद थे और उनका कहना है कि मंगलवार को हुई गवाही से वे पूरी तरह से संतुष्ट हैं।
वहीं वारदात के दिन निकिता की सहेली भी उनके साथ ही थी। इसलिए सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रही निकिता की सहेली को भी गवाही के लिए मंगलवार को बुलाया गया है, अब बचाव पक्ष बुधवार को उससे भी सवाल जवाब करेंगे।
वहीं खबरों की माने तो तौसीफ ने अपना गुनाह कबूलतें हुए कहा है कि निकिता कही और शादी करने वाली थी इसलिए गुस्से में आकर मैंने उसे गोली मार दी। साथ ही यह भी बताया गया हैं कि 24-25 अक्टूबर के बीच दोनों की फोन पर बातचीत हुई थीं।
Written By : Pinki Joshi
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