हरियाणा और पंजाब के किसान इन दिनों अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। लगभग एक हफ्ते से दिसंबर की सर्द रातों में दिल्ली की सड़कों पर गुजारा कर रहे किसान सरकार से कृषि अध्यादेशों में बदलाव चाहते हैं। हालांकि सरकार अपनी ओर से किसानों को संतुष्ट करने का हर संभव प्रयास कर रही है जिसके चलते बातचीत के स्तर पर मसले को शांति पूर्ण तरीके से सुलझाने के प्रयास चल रहे हैं।
इसी बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में किसान संगठनों के साथ सरकारी अधिकारियों ने बातचीत कर मसले का हल निकालने का प्रयास किया पर किसान अपनी ही बात पर डटे हुए हैं। किसानों का मानना है की सरकार द्वारा जितने भी कृषि अध्यादेश पारित किए गए हैं वह किसानों के हित में नहीं है। इतना ही नहीं किसानों का कहना है कि मिनिमम सपोर्ट प्राइस (एमएसपी) के दावे खोखले हैं और इन से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला।
नई कृषि नीति न्यू एग्रीकल्चरल लॉ 2020 के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। इसी बीच हरियाणा के किसानों ने अपना विरोध जताने का एक अलग ही अनोखा तरीका निकाला है। हरियाणा के किसानों ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए 5 किलो बूंदी का लड्डू बनाया जिन किसानों ने यह अनोखा अंदाज अपनाया है उनका मानना है कि किसानों और सरकार के बीच कड़वाहट कम हो इसके लिए यह बड़ा 5 किलो का तोहफा पीएम मोदी को भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि गांव के लोग 50 क्विंटल लड्डू दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलित किसानों के लिए भेज चुके हैं और इनका ये सिलसिला जारी है। बता दें कि शनिवार को एक बार फिर सरकार के साथ किसानों की बातचीत होने वाली है वार्ता सफल हो और मिठास घोलने के लिए किसानों ने यह लड्डू बनाया है। किसानों का कहना है की वार्ता के बाद जब किसानों के पक्ष में फैसला आएगा तब इस लड्डू को सरकारी अधिकारी और किसानों के बीच बांटा जाएगा।