किसान आंदोलन : जानें क्यों दूल्हा अपनी मर्सिडीज छोड़ किसान के ट्रैक्टर पर जा बैठा, जिसे देख कर सब रह गए दंग?

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हरियाणा और पंजाब के किसान इन दिनों सरकार के कानूनों के खिलाफ पुरज़ोर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हज़ारों की संख्या में हरियाणा और पंजाब के अलग अलग क्षेत्रों से किसान घरों से बहार निकल कर सड़कों पर रात बिताने को मजबूर हो गए हैं। दिसंबर की सर्द रातों में ठंडी हवा झेलते हुए सरकार से अपनी बात मनवाने पर डटे हुए किसानों का कहना है कि सरकार द्वारा जितने भी कृषि अध्यादेश पारित किए गए हैं वह किसानों के हित में नहीं हैं।

किसान आंदोलन : जानें क्यों दूल्हा अपनी मर्सिडीज छोड़ किसान के ट्रैक्टर पर जा बैठा, जिसे देख कर सब रह गए दंग?

इतना ही नहीं किसानों का कहना है कि मिनिमम सपोर्ट प्राइस एमएसपी के दावे खोखले हैं और इन से किसानों को कोई लाभ नहीं होने वाला नई कृषि नीति (न्यू एग्रीकल्चरल लॉ) के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। इसी बीच हरियाणा के जिला करनाल में एक युवक ने मर्सिडीज कार छोड़कर विवाह स्थल की दूरी ट्रैक्टर पर तय की। बताया जा रहा है कि यह युवक पेशे से बिजनेसमैन है और शादियों के शुभ महूरत में इसका विवाह होना तय हुआ। अपने विवाह के महूरत में ही किसानों के साथ एकता का संदेश देते हुए तस्वीरें शेयर हो रही हैं।

किसान आंदोलन : जानें क्यों दूल्हा अपनी मर्सिडीज छोड़ किसान के ट्रैक्टर पर जा बैठा, जिसे देख कर सब रह गए दंग?

विवाह में मंगलगीतों के स्थान पर परिवार और बरात में शामिल होने आईं महिलाएं जय जवान-जय किसान और किसान एकता के नारे लगातीं दिखीं। बता दें, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके बड़े जूता कारोबारी सुरेंद्र नरवाल के भांजे सुमित ढुल की शादी पानीपत के एक सैनिक परिवार में हो रही है। सुमित ढुल के पिता सत्यवीर सिंह ढुल सरकारी अधिकारी हैं और सुमित स्वयं इंजीनियर और बिजनेसमैन हैं। 

किसान आंदोलन : जानें क्यों दूल्हा अपनी मर्सिडीज छोड़ किसान के ट्रैक्टर पर जा बैठा, जिसे देख कर सब रह गए दंग?

इस दौरान किसान आंदोलन के समर्थन में इंजीनियर दूल्हा दरवाजे पर सजी संवरी मर्सिडीज कार छोड़कर किसान यूनियन के झंडे लगे ट्रैक्टर पर सवार हो गया। इसके बाद किसानों के समर्थन में नारे लगाते हुए शादी करने के लिए रवाना हुआ। इतना ही नहीं, दूल्हे ने एलान किया कि शादी में जो गिफ्ट मिलेंगे, वह सभी आंदोलनरत किसानों के लिए डोनेट करेगा। सुमित का बताना है कि उसका पूरा परिवार किसान और आर्मी में है और उनके प्रति जिम्मेवारी है कि उनके साथ कदम से कदम मिला कर चलें।