महामारी के चलते पूरे देश में लोन की प्रक्रिया के तहत सभी सेवाओं पर रोक लगा दी गई थी। स्कूल, कॉलेजों और अन्य शिक्षा संस्थाओं पर अभी भी ताला लटका हुआ है। महामारी के चलते स्कूल अभी भी बंद पड़े हैं और वहीं दूसरी तरफ परीक्षाओं का समय भी नजदीक आता जा रहा है। ऐसे में ऑनलाइन क्लासेस में भी बच्चों के कांसेप्ट क्लियर ना होने के कारण पढ़ाई में काफी अड़चनें आ रही हैं।
बच्चों की पढ़ाई में किसी भी तरह की अड़चन न आने पाए इसको लेकर अध्यापकों को कूल अथॉरिटी द्वारा खास निर्देश दिए गए हैं। जिनके तहत अब शिक्षक अपने एरिया के नजदीक जिन भी विद्यार्थियों का घर पड़ता है। उनके घरों में जाकर विद्यार्थियों की कॉपी चेक करने और पढ़ाई में मदद करने के लिए जाएंगे। शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक कर एसडीएम जितेंद्र सिंह ने यह निर्देश दिए हैं। आपको बता दें कि बोर्ड की परीक्षा का रिजल्ट हर विद्यार्थी के जीवन और करियर में काफी महत्व रखता है।
बोर्ड की परीक्षाओं के रिजल्ट सुधारने के लिए भी यह एक नई पहल शुरू की गई है। इस संबंध में एसडीएम जितेंद्र सिंह ने शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कौर वर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी, डाइट प्रिंसिपल और सीएमजीजीए रुपाला मौजूद रहे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब अध्यापकों को विद्यार्थियों के घरों में जाकर उनकी कॉपी चेक करने के साथ-साथ पढ़ाई के सब्जेक्ट में भी मदद करनी पड़ेगी। जरूरतमंद विद्यार्थियों को मोबाइल बांटे जाएंगे ताकि पढ़ाई में उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी ना आए और अध्यापकों से संपर्क बना रहे।