किसान आंदोलन ने पूरे देश में जोर पकड़ा हुआ है, विपक्ष भी इस पूरे मामले को लेकर राजनीति कर रहा है। हरियाणा, पंजाब के अलावा अब उत्तरप्रदेश के किसान भी विधेयक के खिलाफ मोर्चा खोले बैठ गए हैं। सरकार द्वारा पारित किए जाने वाले इन बिलों का पुरजोर विरोध किया जा रहा है।
किसान समुदाय सड़कों पर उतरा हुआ है और जमकर हंगामा किया जा रहा है। विपक्षी नेता भी ऐसे में राजनीति की रोटियां सेक रहे हैं और सरकार पर लांछन लगाया जा रहा है। अब इन तमाम इल्जामों की फेहरिस्त में मोदी सरकार के सिर पर लोगों की चप्पल चुराने का बिल भी फट रहा है।
आपको बता दें कि ग्रेटर नॉएडा में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों में शामिल एक महिला नेता ने मोदी सरकार पर अजब गजब आरोप लगाया है। आपको बता दें कि किसान आंदोलन में शामिल हुई महिला नेता गीता भाटी ने सरकार पर एक संगीन आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने उनके सैंडल चुरा लिए हैं। गीता ने कहा कि प्रशासन नहीं चाहता कि वो प्रदर्शन में आगे बढ़े और हिस्सा ले इसलिए उन्होंने मेरे चप्पल चुरा लिए हैं। आपको बता दें कि गीता का कहना है कि यह सरकार की साजिश है कि मैं पैदल चलकर किसानों का समर्थन ना कर पाऊं इसलिए उन्होंने मेरे चप्पल चुरा लिए हैं।
गीता भाटी किसान आंदोलन में शामिल हुए महिला मोर्चा की नेता हैं जिन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाया है। जब गीता ने यह बयान दिया तो उनके पीछे बैठे लोग मंद मुस्कान से हस रहे थे। गौर करने वाली बात यह है कि गीता भाटी द्वारा लगाए गए आरोप के चलते ट्विटर पर भी यह मामला ट्रेंड हो रहा है।
आपको बता दें कि ट्वीट में लोग कह रहे हैं कि गीता भाटी के सैंडल वापस करो। आपको बता दें की लोग इस पूरे मामले में गीता भाटी को ट्रोल भी कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि यह लोग किसान आंदोलन के नाम पर ड्रामा कर रहे हैं। राजनीति की रोटियां सेक कर काम चलाया जा रहा है।