शहर में सफाई व्यवस्था न होने के कारण जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है। जिसकी वजह से लोगो को सबसे ज्यादा दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है।शहर की सफाई का जिम्मा इकोग्रीन पर है ,लेकिन एकोग्रीन भी अपने कार्य में चोरी दिखती है ,और दिखाए भी क्यों न ‘आखिरकार है तो चाईनीज़ कंपनी ‘!!!!
यह तो रही एकोग्रीन की बात वो अपने कार्य में चोरी दिखती है लेकिन इकोग्रीन को नगर निगम ठेका देता है तो सीधा सीधा सवाल उठता है नगर निगम पर वो इकोग्रीन से सख्ताई से कार्य क्यों नहीं कराती। जगह जगह लगे कूड़े के ढेर न ही केवल स्थानीय लोगो के परेशानी बढ़ाते है बल्कि शहर की वेवस्था को भी दर्शाते है।
शहर में नियमित सफाई व्यवस्था व कूड़े का उठान न होने के कारण जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है। कूड़े का उठान न होने के कारण उसके आसपास बेसहारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। जिसके कारण शहरवासियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगे कूड़े के ढेर लचर सफाई व्यवस्था की गवाही दे रहे है। शहर में रोहतक चौक, पुराना अस्पताल के सामने, कालेज रोड इत्यादि स्थानों पर लगे कूड़े के ढेरों को देखा जा सकता है। कई स्थानों पर नियमित सफाई, कूड़े का उठान न होने के कारण कचरे के ढेर लगे हुए है तो कहीं शहरवासियों द्वारा डस्टबीन होने के बावजूद भी कचरा बाहर फेंकने के कारण गंदगी फैल रही है।
बल्लभगढ़ में कूड़े का उठान न होने कारण यहां कूड़े के ढेर लगे हुए है। जिसके कारण यहां से गुजरने वाले राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां से प्रतिदिन सैकड़ों छात्राएं विद्यालय पहुंचती है। लेकिन सफाई व्यवस्था सही नहीं होने के कारण यहां लगे गंदगी के ढेर से आने वाली दुर्गध के कारण छात्राओं को मुंह ढांपकर यहां से गुजरना पड़ता है।
गंदगी के ढेर से आने वाली दुर्गध विद्यालय के वातावरण को दुर्गधयुक्त बना रही है जिससे विद्यालय का शिक्षण कार्य भी प्रभावित हो रहा है। वहीं कई स्थानों पर तेज हवा के कारण कूड़े के ढेर में से कचरा दुकानों के अंदर तक फैल रहा जिसके कारण दुकानदारों को भी अनेक दिक्कतों से जूझना पड़ रहा हैं।
कई स्थानों पर जलाया जा रहा कचरा
शहर में कई स्थानों पर कूड़े का उठान नहीं किया जा रहा।सफाई कर्मचारी कूड़े का उठान करने के बजाए कई स्थानों पर कूड़े के ढेर में वहीं आग लगा जाते है। जिसके कारण वातावरण में धुआं फैलकर वातावरण दूषित हो रहा है।