विश्व के किसी भी कोने में हों, पर आप जुड़े रहेंगे अपनी संस्कृति और पौराणिक इतिहास से, जानें कैसे

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कुरुक्षेत्र : विश्व में कहीं भी बैठे लोग अब हरियाणा के कुरुक्षेत्र की 48 कोस की सांस्कृतिक यात्रा को देख पाएंगे। इस 48 कोस की सांस्कृतिक यात्रा में 134 तीर्थों के पौराणिक इतिहास को तथ्यों सहित वीडियो फिल्मों के माध्यम से देखा जा सकेगा। इतना ही नहीं आनलाईन प्रणाली से कुरुक्षेत्र के पौराणिक किस्से-कहानियों को वीडियो फिल्मों के माध्यम से दिखाया जाएगा।

विश्व के किसी भी कोने में हों, पर आप जुड़े रहेंगे अपनी संस्कृति और पौराणिक इतिहास से, जानें कैसे

एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुरुक्षेत्र के उपायुक्त की देखरेख में गठित एक विशेष टीम द्वारा 48 कोस की सांस्कृतिक यात्रा को ऑनलाईन प्रणाली से शुरू कर दिया गया है। इस सांस्कृतिक यात्रा के साथ-साथ तमाम विषयों को वेबसाईट पर देश-दुनिया के किसी भी कोने में अपने घर बैठकर देखा जा सकेगा।

विश्व के किसी भी कोने में हों, पर आप जुड़े रहेंगे अपनी संस्कृति और पौराणिक इतिहास से, जानें कैसे

इस सांस्कृतिक यात्रा को शब्दों और चलचित्रों में पिरोने के लिए अंडर ट्रेनिंग आईएएस अधिकारी वैशाली सिंह को जिम्मेवारी सौंपी गई। इस अधिकारी के नेतृत्व में श्रीकृष्णा संग्रहालय के क्यूरेटर राजेन्द्र राणा, कलाकार बलवान, भारत सैनी तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पत्रकारिता निदेशालय के छात्र नमन, अनूप सेमवाल, दीक्षा कटारिया व रवि काम कर रहे हैं।

विश्व के किसी भी कोने में हों, पर आप जुड़े रहेंगे अपनी संस्कृति और पौराणिक इतिहास से, जानें कैसे

उन्होंने आगे बताया कि कोरोना महामारी से बचाव को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष प्रयास किए गए हैं कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 को भी ऑनलाईन प्रणाली से देश-दुनिया में महोत्सव से जुड़े श्रद्घालुओं और पर्यटकों तक पहुंचाया जाए।