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निजी अस्पतालों की सेवाएं बंद रहने से लोगो को उठानी पड़ी परेशानी,सरकारी अस्पतालों के बाहर लगी लंबी कतार

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नेशनल आई एम ए और स्टेट आईएमए के निर्देशों का पालन करते हुए आज फरीदाबाद की सभी अस्पतालों में ओपीडी सुबह से 6:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक बंद रखी गई।

निजी अस्पतालों की सेवाएं बंद रहने से लोगो को उठानी पड़ी परेशानी,सरकारी अस्पतालों के बाहर लगी लंबी कतार

डॉ पुनीता हसीजा की अध्यक्षता में एक डेलिगेशन डिप्टी कमिश्नर श्री यशपाल यादव को मिला। एक ज्ञापन प्रधानमंत्री जी के नाम दिया गया जिसमें यह लिखा गया कि सरकार ने जो नोटिफिकेशन जारी किया है वह वापस लिया जाए। इस नोटिफिकेशन से सरकार ने आयुर्वेदिक डॉक्टरों को विभिन्न प्रकार की सर्जरी करने की अनुमति दी है ।इस डेलिगेशन में डॉ सुरेश अरोड़ा, डॉक्टर सुनील मुटनेजा, डॉक्टर ललित हसीजा, डॉक्टर शिप्रा गुप्ता और डॉ वंदना उप्पल शामिल रहे ।

निजी अस्पतालों की सेवाएं बंद रहने से लोगो को उठानी पड़ी परेशानी,सरकारी अस्पतालों के बाहर लगी लंबी कतार

उनका कहना है कि यह मरीजों की जान के लिए घातक साबित हो सकता है। आईएमए की जिला प्रधान डॉ. पुनिता हसीजा ने बताया कि सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन ने 19 नवंबर को नोटिफिकेशन जारी कर आयुर्वेदिक डॉक्टरों को मॉर्डन मेडिसिन (एलोपैथी) सर्जरी की अनुमति दी है। सीमित समय में सभी तरह के ऑपरेशन का प्रशिक्षण देकर पेशे व मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

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वहीं, मौजूदा नियमों के अनुसार 10 से 12 वर्ष के अनुभव के साथ पेशेवर सर्जरी की अनुमति होती है। सरकार आयुर्वेद व आयुर्वेदिक डॉक्टरों को उनके पेशे के अनुसार कार्य की अनुमति दे, तो यह सभी के लिए हितकर होगा। आईएमए के मीडिया प्रभारी डॉ. सुरेश अरोड़ा ने बताया कि सभी निजी अस्पतालों में सुबह 6 से शाम 6 बजे तक 12 घंटे के लिए ओपीडी बंद रखी गयी। इस दौरान इमरजेंसी, ओपीडी व कोरोना संबंधित सेवाओं को जारी रखा गई। जिले में आईएमए से लगभग एक हजार डॉक्टर जुड़े हैं, जो इस विरोध का हिस्सा बनें। इसमें सभी बड़े अस्पतालों के साथ 150 नर्सिंग होम व 300 क्लीनिक के डॉक्टर भी हिस्सा लिया।

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