फरीदाबाद : निकिता के लिए पुरे देश ने एक जुट होकर इंसाफ की मांग की थी वही पुलिस ने इस केस को गंभीरता से लेते हुए इसको सुलझाने में जुट गई वही इस केस की सुनवाई भी फ़ास्ट ट्रक पर की जा रही है। वही इस केस के साथ-साथ 2018 में हुए निकिता अपहरण केस पर भी कार्यवाही की जा रही है जिसमे रोजाना उस केस से जुड़े गवाह के ब्यान दर्ज किये गए है।
पहली गवाही निकिता के हुई जिसमे उसने उस केस से जुडी जानकारी दी उसके बाद दूसरी गवाही 4 लोगो की गई तो जिसमे निकिता के पिता के बयान दर्ज किये गये जिसे उन्होंने बताया की घटना वाले दिन वो नॉएडा थे निकीता की सहेली ने उनको इस बात की जानकारी दी थी उसके बाद उन्होंने अपनी बेटी को ऐसे हाल में पाया जो उन्होंने कभी सोचा नहीं था ।
उसके बाद निकिता के दोस्त के बयान लिए गए जिसमे आकाश ( निकिता का दोस्त ) ने बताया की जिस दिन निकिता को गोली लगी उस दिन वो ही उसको अपनी बाइक पर हॉस्पिटल ले जा रहा था और उसने दोनों आरोपी ( तौसीफ और रिहान ) को गन को फैंकते हुए देखा था।
वही अब इस केस में नाय मोड़ सामने आये है जिसमे निकिता के हत्यारे तौशिफ न फरीदाबाद पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लागए है । तोमर हत्याकांड के आरोपी तौसीफ ने पुलिस पर चार्जशीट में सही से जांच नहीं करने व एक तरफा जांच करने का आरोप लगाकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। गुरुवार को याचिका पर सुनवाई हुई। अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।
हालांकि कार्रवाई लंबी चलने के कारण केवल चार लोगों के ही बयान दर्ज हो पाए। बुधवार को हुई सुनवाई में सभी गवाहों को केवल कागजों को पूरा करने संबंधी बयान के लिए ही बुलाया गया था। इसमें दो कॉलेज के परीक्षा प्रभारी थे, जिन्होंने वारदात के दिन निकिता के कॉलेज में परीक्षा देने की पुष्टि की। इसके अलावा परीक्षा कर्मी थे, जिन्होंने दो साल पहले की अपहरण की वारदात की फाइल अदालत में पेश की, जिससे हत्या का कारण स्पष्ट हो सके।