किसान आंदोलन को करीबन 2 सप्ताह बीतने को है। ऐसे में जहां किसान अपने आंदोलन के लिए टस से मस होने को तैयार नहीं है। वहीं दूसरी ओर मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है। जहां अभी तक दोपहर की धूप राहत देने वाली होती थी।
वहीं अब सुबह से शाम होते-होते ठंडी हवाओं का सिलसिला जारी रहता है, और धूप ना के बराबर दिखाई देने लगी हैं। इतना ही नहीं मौसम विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आने वाले समय में यह ठंड अपनी असलियत के साथ में जल्द ही आमजन से रूबरू होती हुई दिखाई देगी।
परंतु ऐसे में जहां सैकड़ों किसान सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके लिए यह वक्त निकालना बेहद कष्टदाई होगा।
जहां दिसंबर माह का आधा महीना बीतने को है। वही अभी तक कुछ खास ठंड का मौसम महसूस नहीं किया गया था। लोगों ने भले ही गर्म कपड़े पहनना शुरू कर दिया, लेकिन ठंडी के अनुसार गर्म कपड़े भी इतने ज्यादा नहीं प्रयोग में लाए गए की ठंड का अनुभव हो सके। ऐसे में पिछले 2 दिनों से जहां सुबह के बाद हल्की हल्की धूप की किरणें दिखाई देती थी
और दोपहर को यह तेज धूप शरीर को राहत देत थी। वहीं 2 दिन से धूप का नामोनिशान तक दिखाई नहीं दे रहा है। बताया जा रहा है कि पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई है, और अभी भी जारी है। जिसके चलते आने वाले 2 दिनों में मैदानी का इलाकों में बारिश होने के कारण ठंड पड़ने की संभावना हो सकती है।
मौसम विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा में अगले कुछ घंटों में बारिश की आशंका जताई गई है। वही 13 और 14 दिसंबर को कई इलाकों में गहरी से गहरी धुंध की चादर बिछी हुई दिखाई देगी। जिसके बाद 17 दिसंबर से कड़ाके की सर्दी शुरू हो सकती है। अगर ऐसा ही हुआ तो इस मौसम के साथ में किसानों को अपने आंदोलन में मशक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के हिसार, हांसी, तोशाम और जींद के आसपास के इलाकों में गरज के साथ साथ अगले 2 घंटों में बारिश की पूरी पूरी संभावना है। महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, कैथल और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर भी हल्की बारिश, बूंदाबांदी की प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है।
हरियाणा से हटकर अगर बात करें भारत की राजधानी दिल्ली की तो दिल्ली के अंतर्गत कई इलाकों में हल्की बारिश के आसार भी जताए गए हैं। इसके बाद 13 दिसंबर से दिल्ली में घना कोहरा यानी की धुंध की परत देखने को मिलेगी। 13 दिसंबर को हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा रहेगा, तो वहीं 14 व 15 दिसंबर को घना कोहरा छा सकता है।
14 दिसंबर से ठंडी हवाएं दिल्ली में आने लगेंगी, इससे अधिकतम के साथ न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आना शुरू हो जाएगा। 14 से 16 दिसंबर तक दिन में अच्छी खासी ठंड महसूस हो सकती है। ऐसे में बदलते मौसम का मिजाज कहीं ना कहीं किसानों पर भारी पड़ेगा। देखना यह है कि मौसम के बदलते मिजाज में उनका आंदोलन कितना कायम रह सकेगा।