फरीदाबाद : जब से लॉक डाउन लगा है , तब से कई लोग ऐसे होंगे जिन्होंने चाइनीस फूड को खाए हुए पूरे 1 महीने से भी ऊपर का समय हो चुका होगा अब गरीबों में खाना बांटने के लिए अक्सर लोग सादा खाना बांटते हैं । जिससे उनका पेट भरे अब जब मजदूर रोज़ कमाते खाते थे तो वे अपने मन का कुछ भी खालिया करते थे परन्तु अब वो बांटने वालो से ये तो नहीं कह सकते कि हमें ये रोज़ रोज एक ही खाना भी नहीं खाया जा सकता लेकिन मजबूरी उनकी ये सब खाना था। छोटे छोटे बच्चों की चटोरी जीब चाइनीस फास्ट फूड की तलाश में ही रहती है ।
हालांकि फास्ट फूड सेहत के लिए अच्छा नहीं होता लेकिन 2 से 3 हफ्ते में एक बार फास्ट फूड खाना हमारे स्वाद को बरकरार रखता है । गरीबों के पास सादे खाने के अलावा महीने से और कोई विकल्प नहीं था लेकिन इस संगठन ने इंसानियत के नाते नूडल बांट कर अनोखी मुहिम चलाई। आपको बता दें कि ये नूडल सेहत के लिए भी ठीक होते है ज़्यादा हानी नहीं होती ।
लॉक डाउन के दौरान केवल सरकार ही नहीं कई सामाजिक संगठन भी सामने आए जिन्होंने गरीबों की मदद कर देर सारा पुण्य कमाए जिला फरीदाबाद में भी कई सारे संगठनों ने मिलकर एकजुट होकर सरकार के साथ गरीबों की सेवा में हाथ बटाया ।
यही नहीं कई सारे सामाजिक संगठन ऐसे भी सामने आए जिन्होंने सरकार तक धन से भी सहायता पहुंचाई अब चाहे वह सीधा सरकार के किसी सरकार के हाथों दिए हैं या फिर कोरोना रिलीफ़ फंड में ।
लेकिन युवा सेवा मंडल की ओर से जगह जगह फास्ट फूड वितरण किया जा रहा है। जो गरीब ऑनलाइन फास्ट फूड नहीं मांगा सकते उन तक ये सेवा पहुंचाई जा रही है ।आज युवा सेवा मंडल मार्केट नंबर 1 की ओर से आज लॉक डाउन के दौरान 200 गरीब बच्चों के लिए वेज नूडल्स का प्रबंध किया गया ।
हमारे कई पाठक भी इस खबर को पढ़कर हक्के बक्के रह गए होंगे क्योंकि फास्ट फूड लोगों की सेहत के लिए सेहतमंद नहीं होता लेकिन जानकारी के लिए आपको बताना चाहेंगे कि कभी-कभी फास्ट फूड खाना भी अच्छा होता है इसलिए इस संगठन ने इस अनोखी मुहिम को अंजाम दिया और फरीदाबाद में फास्ट फूड बांटने का निश्चय किया।