बढ़ता प्रदूषण प्रदेश के लिए गंभीर समस्या के रूप में सामने आ रहा है। हरियाणा के 6 जिलों से होकर गुजर रही हो ना अब फिर से दूषित होने शुरू हो चुकी है। सरकार द्वारा नदियों को स्वच्छ साफ और उनका जल निर्मल रहे इसके लिए अनेकों प्रयास किए गए हैं जिसके चलते हरियाणा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने पहले भी कदम उठाए थे पर पिछले कुछ महीने यमुना एक्शन प्लान को लेकर हुई। बैठक में हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन बोर्ड की तरफ से एक रिपोर्ट पेश की गई जिसमें यह बताया गया है कि जिन जिलों यमुना नदी गुजर रही है।
उनमें से सबसे ज्यादा फरीदाबाद में दूषित हो रही है। यमुना को प्रदूषित करने वाले 6 जिलों में से सबसे ज्यादा फरीदाबाद जिला जिम्मेदार है। फरीदाबाद पर कुल 21 पॉइंट कैसे हैं जिनसे गंदा पानी यमुना में गिराया जा रहा है। इतना ही नहीं इन पॉइंट्स में कई छोटे-बड़े नाले व सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का बिना ट्रीट किया हुआ नाले का पानी भी शामिल है। कुल मिलाकर इन 6 जिलों में 57 पॉइंट है जिन से गंधवानी यमुना नदी को दूषित कर रहा है वे नगर निगम व नगर परिषद के दायरे में आते हैं।
यह सभी पॉइंट जिन को लेकर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। नगर निगम के एसीई ढाका का कहना है कि यमुना एक्शन प्लान को लेकर बैठक हुई थी। कई प्रोजेक्ट सरकार से मंजूरी के लिए गए हैं और कई मंजूर हो चुके हैं। जल्द ही यमुना नदी को साफ करने का काम शुरू किया जाएगा।
बता दें कि यमुना किनारे बने रेनी वेल के पानी पर भी इसका असर हो रहा है यमुना किनारे कृषि योग्य भूमि भी है जो इस दूषित पानी से बंजर हो सकती है इतना ही नहीं यमुना नदी के अंदर रहने वाले जल जीव पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्रदूषण फैलाने वाले पॉइंट रखें राखी यमुना नदी स्वच्छ और निर्मल किया जाए।