लगातार बढ़ता प्रदूषण क्षेत्रवासियों के गले की हड्डी बनता जा रहा है। बात की जाए पहले के आंकड़ों की तो प्रदूषण की मात्रा में नियमित रूप से इजाफा हो रहा है। पर बारिश की छींटे पड़ने के साथ प्रदूषण का एक्यूआई दर भी कम हो गया था जिससे शहरवासियों के लिए हवा सांस लेने योग्य हो गई थी।
पर पुनः प्रदूषण की मात्रा ने तूल पकड़ लिया है। इससे क्षेत्रवासियों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है। बता दें कि बीते दिनों फरीदाबाद का एक्यूआई 300 पार हो चुका था पर बारिश और हवा के झोंको ने प्रदूषण की मात्रा को कम कर दिया था।
इससे शहरवासियों को राहत की सांस लेने का मौका मिला पर एक बार फिर से बढ़ते प्रदूषण ने स्मार्ट सिटी के दरवाजों पर दस्तक दी है। लगातार गिरते पारे और तेज हवा के बीच प्रदूषण की मात्रा में कोई गिरावट नहीं आई है। अभी भी प्रदूषण की मात्रा अपने चरम पर है जो खतरनाक स्तर पर पहुंच कर क्षेत्र की आबोहवा को दूषित कर रहा है।
रविवार को एक्यूआई 303 रिकॉर्ड किया गया था। बढ़ते प्रदूषण के चलते सांस के रोगियों को काफी परेशानी हो रही है। जिन लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है वो इस समय बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। सुबह सुबह सैर पर जाने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है।
प्रदूषण के चलते क्षेत्र के बुजुर्गों ने बाहर निकलने पर अंकुश लगा दिया है। बढ़ते प्रदूषण के बीच चिकित्सकों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। फरीदाबाद के लगभग सभी क्षेत्रों में प्रदूषण की मात्रा 200 क्रमांक से ऊपर रही है। एनआईटी, ओल्ड फरीदाबाद, सेक्टर 16 हर क्षेत्र में प्रदूषण की मात्रा पर अंकुश लगाना असंभव प्रतीत हो रहा है।
इस समय बल्लभगढ़ में ही प्रदूषण का स्तर सबसे कम है। आपको बता दें कि रविवार को बल्लभगढ़ का वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे कम रहा जिसका क्रमान 169 दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि तेज हवा के चलते प्रदूषण के स्तर के कम होने के आसार नजर आ रहे हैं।