राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा औधोगिक नगरी एनआइटी का प्रवेश द्वार नीलम अजरौंदा पुल के जजर्र पिल्लर्स की मरम्मत का कार्य 54 दिन बाद शुरू हो चूका है। यह पुल 22 अक्टूबर को क्षतिग्रस्त हो गया था , अब 54 दिन बाद भी इसका कार्य शुरू नहीं हुआ था लेकिन कई मीटिंगों के बाद अब इस कार्य को शुरू करने का शुभारंभ हो चूका है।
इसमें कोई आशंका नहीं है की देर से ही सही निगम को लोगो की परेशानी दिखी तो सही।पार्षद जसवंत सिंह ,नगर निगम किरपा सिंह , SDO खेम चंद ,परियाजना प्रबंधक विपुल सरदार द्वारा सांस्कृत तरीके से नारियल फोड़ कर नीलम पुल के निर्माण का कार्य शुरू किया। पिलर्स की मरम्मत का कार्य 45 दिनों में पूरा करने का टारगेट दिया गया है।
जजर पिल्लर्स की मरम्मत करने के लिए आमंत्रित का टेंडर 8 दिसंबर की शाम को खोला गया था। बाद में 9 दिसंबर को वर्कऑर्डर किया गया। कमपनी करीब 35 रूपए का बजट इन पिल्लर्स पर लगाएगी। और साथ ही कंपनी को 45 दिनों में यह कार्य पूरा करना है।
बता दे की राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ा औधोगिक नगरी एनआइटी का प्रवेश द्वार नीलम अजरौंदा पुल 22 अक्टूबर को कपड़ो में आग लगने से क्षतिग्रस्त हो गया था। करीब 54 दिनों से इन पिलर्स को बनाने का नहीं हुआ था. जिसके कारण आमजन को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था। इससे लोगो की जान को भी काफी खतरा था। लेकिन अब इन पिल्लर्स की मरम्मत का कार्य शुरू हो चूका है। लेकिन देखना यह है क्या यह कार्य निर्धारित समय सिमा में पूरा होता है की नहीं ??? या फिर इसे भी और कार्यो की तरह अधूरा ही छोड़ दिया जायेगा।