घरेलू सहायिका रख रहें है तो हो जाए सावधान , मालिक को लगाई इतने लाख की चपत

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घरेलू कार्यों में हाथ बंटाने के लिए रखी सहायिका ने सेक्टर-28 निवासी कारोबारी के घर साथियों संग तांडव कर दिया। कारोबारी की मां व पत्नी को खाने में नशीला पदार्थ खिलाकर लाखों का माल समेटकर फरार हो गए। आरोपितों ने भागते वक्त कारोबारी की पत्नी को चाकू मारकर घायल कर दिया।

घरेलू सहायिका रख रहें है तो हो जाए सावधान , मालिक को लगाई इतने लाख की चपत

सहायिका की पुलिस वैरिफिकेशन नहीं कराई गई थी। पीड़ित कारोबारी अरुण कुमार ने पुलिस को बताया कि घर पर मां और पत्नी साथ रहती हैं। बच्चे काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। पत्नी के पैर में फ्रेक्चर होने के कारण उन्होंने घरेलू कार्य के लिए 10 दिन पहले एक आनलाइन साइट से रेखा उर्फ पिंकी नाम की महिला काे सहायिका के तौर रखा था। वह रोजाना घर आकर उनके घरेलू कार्य करके चली जाती थी। बुधवार को अरुण कुमार सुबह जल्दी आफिस निकल गए। सुबह करीब साढ़े 9 बजे एक व्यक्ति अरुण के घर रुपये लेने पहुंचा।

उसने अरुण को फोन किया तो उन्होंने दरवाजा खटखटाकर मां बात कराने को कहा। दरवाजा घरेलू सहायिका ने खोला। रेखा ने अरुण से कहा कि माताजी अभी सो रही हैं और फोन काट दिया। इसके कुछ देर बाद अरुण के पास पड़ोसी का फोन आया कि उनकी घरेलू सहायिका कुछ लोगों के साथ घर से बैग लेकर जल्दबाजी में भागी है। अरुण को संदेह हुआ, वे तुरंत घर पहुंचे। मां और पत्नी बेसुध पड़ी मिलीं। उन्होंने दोनों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। होश आने पर उन्होंने बताया कि रेखा ने खाने में कोई नशीली चीज मिला दी थी, जिससे उन्हें नशा हो गया। रेखा ने अपने एक साथी को घर में बुला लिया। उसने अरुण की पत्नी के गले पर चाकू लगाकर चुप रहने को कहा।

घरेलू सहायिका रख रहें है तो हो जाए सावधान , मालिक को लगाई इतने लाख की चपत

फिर दोनों ने मिलकर घर में रखे चार-पांच लाख रुपये, सोने के दो कड़े, अंगूठी, चेन, नाक की बाली, तीन मोबाइल सहित अन्य सामान लूट लिया। जाते हुए उन्होंने अरुण की पत्नी के हाथ पर चाकू मारकर घायल कर दिया। पड़ोसियों ने बताया कि उनके दो साथी घर के बाहर खड़े होकर पहरा दे रहे थे। लूट के बाद सभी थोड़ी दूर पर खड़ी अपनी कार में बैठकर फरार हाे गए।

शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। घरेलू सहायिका की पुलिस वैरिफिकेशन नहीं हुई थी। उस तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। जिस आनलाइन साइट की मदद से उसे नियुक्त किया गया, उसका भी डाटा खंगाला जा रहा है। – मौजीराम, एसीपी सराय