जिला से मंगलवार को करीब 1200 प्रवासी श्रमिक अपने गृह राज्य मध्यप्रदेश तथा जिला दमोह के आसपास क्षेत्र के लिए रवाना हुए। उपायुक्त यशपाल ने कहा कि सभी प्रवासी श्रमिक सुखद स्वास्थ्य के साथ सकुशल अपने घर पहुंचे। उन्होंने सभी श्रमिकों से भविष्य में वापस काम पर लौटने के लिए भी प्रेरित किया।
उपायुक्त ने कहा कि हरियाणा सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण से लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह जिलों में परिजनों के पास भेजने की व्यवस्था की गई है। उपायुक्त ने प्रवासी श्रमिकों को सुखद व स्वस्थ रहते हुए देश की आर्थिक समृद्धि में भागीदार बने रहने का संदेश भी दिया। उपायुक्त ने बताया कि जिन श्रमिकों ने मध्यप्रदेश जाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा जारी ई-दिशा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाया था। सभी श्रमिकों को मैसेज से सूचना भेजी गई तथा इन्हें रात के समय शैल्टर होम पर इक्ट्ठा किया गया। वहां पर सभी के स्वास्थ्य की जांच की गई तथा सभी श्रमिकों को सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं।
सभी प्रवासी श्रमिकों को भेजने की व्यवस्था हरियाणा सरकार की ओर से निशुल्क की गई है, यानी टिकट के पैसे सरकार की ओर से रेलवे को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी श्रमिकों को सुबह के नाश्ते के साथ एक पैकेट भोजन रास्ते में खाने के लिए दिया गया तथा साथ मे सभी को बिस्कुट व पानी की बोतल दी गई हंै। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के अलावा उतरप्रदेश व बिहार जाने के लिए भी प्रवासी श्रमिकों ने ई दिशा पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है तथा निकट भविष्य में जैसे ही व्यवस्था बनेगी, उन्हें ट्रेनों के माध्यम से उनके प्रदेशों में भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बात का पूरा ध्यान दिया गया है कि सभी प्रवासी श्रमिक सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें।
इस अवसर पर बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा ने भी स्टेशन पर पहुंचकर प्रवासी श्रमिकों को अच्छे स्वास्थ्य के साथ अपने परिजनों के पास पहुंचने तथा भविष्य में वापस लौटने के लिए प्रेरित किया। प्रवासी श्रमिकों को ट्रेन से वापस भेजने की व्यवस्था संबंधी जरूरी इंतजाम एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार ने किए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।