भारत को देवभूमि यूं ही नहीं कहा जाता। देवी-देवताओं और संत-महापुरुषों की इस धरती पर भक्ति और विशवास का बोल बाला है। किसी ने ठीक ही कहा है कि भक्ति और विशवास में अपार शक्ति होती है। विशवास के बलबूते इंसान क्या कुछ नहीं कर सकता। दृढ़ विशवास और प्रेम के बल पर मनुष्य भगवान को अपने झूठे बेर तक खिला सकता है। पर जो इंसान भगवान के घर में भी डाका डालने की नियत रखता हो, उसका भी हृदयपरिवर्तन हो जाए, यह किसी चमत्कार से कम नहीं।
मध्य प्रदेश के श्हाहपुर जिले से ऐसी ही खबर सामने आयी है जहाँ माता के मंदिर में चोरी की नीयत से घुसे बदमाश ने मंदिर में डाका डाला और देवी के आभूषण चुरा कर एक थैले में बाँध लिए। पर ज्यूं ही वहां से भागने लगा अचानक उसकी आँख लग गयी और वहीं मंदिर के प्रांगण में सो गया। सुबह जब पुलिस ने उसे उठाया तो बड़े ही भोले अंदाज़ में बदमाश कहने लगा कि ठंड लग रही है, सोने दो।
मंदिर के सेवादारों और कर्मचारियों का का मानना है कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। साथ ही उनका यह भी कहना है कि ऐसा पहले भी कई दफ़ा हुआ है कि चोरों ने मंदिर में चोरी और लूट-पात करने की कोशिश की है पर विफ़लत रहे। सेवादार बताते हैं माताजी का चमत्कार है, इसलिए मंदिर में चोरी की वारदात नहीं होती है। पूर्व में भी एक बदमाश ने मंदिर से तलवार और घंटियां चोरी कर ली थीं, जो घटना के 2 दिन बाद वापस मंदिर परिसर में ही मिली थीं।
शाजापुर के लालबाई फूलबाई मंदिर पर चोर ने चोरी करने का प्रयास किया। रात में चोर ने सेवादार के कमरे में रखे त्रिशूल की मदद से ताला तोड़कर कमरे में रखा सारा सामान एक बोरे में बांध लिया, जिसके बाद उसकी नींद लग गई।
सुबह होते ही पुलिस ने उसे उठाया तो वह कहने लगा कि ठंड बहुत है मुझे सोने दो। पुलिस के अनुसार मंदिर में चोरी की नीयत से उक्त व्यक्ति ने सामान बटोरा था लेकिन ठंड अधिक होने के कारण उसकी नींद वहीं पर लग गई।