संस्कृति और संस्कारों को जिंदा रखने के लिए, हिमाचल के सीएम ने हरियाणा सरकार को किया धन्यवाद

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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2020 के उदघाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक और तर्कसंगत हैं । इस पवित्र और पावन धरा कुरुक्षेत्र पर भगवान श्रीकृष्ण ने सदियों पहले गीता के जिस उपदेश में पूरे विश्व को कर्म करने का संदेश दिया था, आज सभी को उसको अपने जीवन में धारण करने की जरूरत है।

श्री जयराम ठाकुर ब्रहमसरोवर की फिजाओं और गीता यज्ञ के लिए सजाए गए पांच कुंडों और मंत्रोच्चारण की वाणी से काफी प्रसन्न हुए और बेहतरीन आयोजन की हरियाणा सरकार व प्रशासन को शुभकामनाएं व बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि उनको भी पवित्र भूमि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर आने का अवसर मिला है। उन्होंने हरियाणा सरकार को बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार इस महोत्सव का आयोजन करके आज के भौतिकवादी युग में संस्कृति और संस्कारों को जिंदा रखने का काम कर रही है।

संस्कृति और संस्कारों को जिंदा रखने के लिए, हिमाचल के सीएम ने हरियाणा सरकार को किया धन्यवाद

उन्होंने कहा कि आज प्रगति और आधुनिकता की इस दौड़ में हम अपने इतिहास, संस्कृति और संस्कारों को भूलते जा रहे हैं। इस प्रकार के महोत्सवों से हमें अपने इतिहास और संस्कृति से आत्मसात करने का अवसर मिलता है। एक प्रश्न का जवाब देते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश भी एक देव भूमि है, इस देव भूमि में बहुत सारे बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पवित्र ग्रंथ गीता के बारे में महोत्सव का आयोजन करने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। यह पवित्र ग्रंथ गीता हरियाणा, हिमाचल तक ही सीमित नहीं है, यह सर्वव्यापी ग्रंथ है। इस पवित्र ग्रंथ में पूरे विश्व की समस्याओं का समाधान है।