बीके अस्पताल में लगभग 25 करोड़ की लागत से एमसीएचयू का विस्तार होगा। 2021 में इसका निर्माण कार्य शुरू होगा और 2022 तक यूनिट बनकर तैयार हो जायेगी। अभी बीके अस्पताल में 200 बेड की व्यवस्था हैं लेकिन इसके बनने से एक साथ करीब 400 महिलाओं और बच्चों की देखभाल हो सकेगी।
इस बिल्डिंग के निर्माण के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 5 करोड़ का फंड जारी भी हो चुका है. और इस बिल्डिंग के निर्माण की ज़िम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी गयी है. विभाग के अनुसार इसमें स्टाफ की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। जिससे जच्चा-बच्चा की देखभाल अच्छे से हो सके.
स्वास्थ्य विभाग की मानें तो वर्ष 2011 से ही बीके अस्पताल में एमसीएचयू बनाने की योजना चली आ रही है। लेकिन किसी स्वास्थ्य अधिकारी ने इस प्रोजेक्ट को गंभीरता से नहीं लिया। स्वास्थ्य अधिकारियों की लापरवाही से योजना परवान नहीं चढ़ पाई।
सीएमओ डॉ. रणदीप सिंह पूनिया ने पिछले दिनों इस प्रोजेक्ट के लिए स्थान चिह्नित कर प्रस्ताव स्वास्थ्य निदेशालय को भेजा था। निदेशालय ने प्रोजेक्ट को मंजूर करते हुए फंड भी जारी कर दिया।
डॉ. रणदीप पूनिया ने बताया कि जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल होने और अनुभवी डॉक्टरों की उपलब्धता के कारण यहां बड़ी संख्या में महिलाओं के डिलीवरी केस आते हैं। महीने में 500 से अधिक डिलीवरी केस आते हैं। कई बार पर्याप्त बेड की उपलब्धता न होने से डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के सामने गर्भवती को अटेंड करने में परेशानी होती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसके बनने के बाद हम महिलाओं और बच्चों की देखभाल बेहतर ढंग से कर सकेंगे। इसके लिए जरूरी स्टाफ की भी तैनाती की जाएगी। एमसीएचयू में जच्चा-बच्चा को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।