इकोग्रीन पर नगर निगम का वार, लोगों के घर से नहीं उठाया कूड़ा तो लगा दिया इतने लाख का जुर्माना

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साफ सफाई का मुद्दे को लेकर नगर निगम हमेशा से ही सवालों के कठघरे में घिरा रहता है। गाँधी जयंती में शुरू हुआ स्वच्छता पखवाड़े का विमोचन किया गया। यह पखवाड़ा करीब 15 दिन तक चला और उसी समय अवधि के अंतराल तक सिमट कर रह गया।

क्षेत्र में नगर निगम ने साफ़ सफाई के लिए चीनी कंपनी इको ग्रीन के साथ हाथ मिलाया हुआ है। पर सोचने वाली बात यह है कि घर घर जाकर कूड़ा उठाने वाली इकोग्रीन अब नगर निगम एक निशाने पर आ चुकी है। हाल फिलहाल निगम प्रणाली ने इकोग्रीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जिसका खामियाजा कंपनी को जुर्माने के रूप में भुगतना पड़ेगा।

इकोग्रीन पर नगर निगम का वार, लोगों के घर से नहीं उठाया कूड़ा तो लगा दिया इतने लाख का जुर्माना

घर घर से कूड़ा उठाने और उसे डम्पिंग साइट तक ले जाने में लापरवाही बरतने पर निगम द्वारा इकोग्रीन कंपनी के कान खींचे गए हैं। निगम प्रणाली द्वारा इकोग्रीन कंपनी पर 7 लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया है। जब एसडीओ ने निरक्षण किया तब यह कमियां पाई गई जिसके चलते निगम द्वारा कड़ा रुख अपनाया गया।

इकोग्रीन पर नगर निगम का वार, लोगों के घर से नहीं उठाया कूड़ा तो लगा दिया इतने लाख का जुर्माना

नवंबर माह में कंपनी की कार्यप्रणाली द्वारा निरीक्षण किया गया था, जिसमें यह कमियां सामने निकलकर थी। इन सबकी रिपोर्ट को आधार बनाकर निगमायुक्त को सौंप दिया गया था। अब निगमायुक्त के संज्ञान में आते ही पूरे मामले को लेकर कड़ा रुख अपनाया गया जिसके चलते जुर्माना लगाया गया।

इकोग्रीन पर नगर निगम का वार, लोगों के घर से नहीं उठाया कूड़ा तो लगा दिया इतने लाख का जुर्माना

आपको बता दें कि इकोग्रीन द्वारा किए जा रहे काम से फरीदाबाद की आम आवाम काफी नाराज नजर आ रही है। क्षेत्र में कई इलाके ऐसे हैं जहां पर इकोग्रीन द्वारा कूड़ा उठाने के काम में लापरवाही बरती जा रही है। ऐसे में हर कोई परेशानियों का सामना करता है और लोगों को खुद ही कूड़ा डंप करने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है।

इकोग्रीन पर नगर निगम का वार, लोगों के घर से नहीं उठाया कूड़ा तो लगा दिया इतने लाख का जुर्माना

ऐसे में फरीदाबाद निगम प्रणाली द्वारा लोगों की परेशानियों का ब्यौरा लेते हुए इकोग्रीन के खिलाफ यह जुर्माना लगाया गया है। इकोग्रीन की लगाम कसने के लिए नगर निगम द्वारा आला कदम उठाए जा रहे हैं। अब देखना होगा कि जुर्माना लगने के बाद साफ़ सफाई को लेकर कितनी सतर्कता बरती जाती है और इकोग्रीन व नगर निगम मिलकर कितनी सावधानी बरतते हैं।