किसान आंदोलन के चलते पूरे देश में त्राहिमाम मचा हुआ है। हरियाणा-पंजाब के किसान इस समय सड़क पर मोर्चा खोले बैठे हैं और तीनों कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
जहां अन्नदाताओं के आक्रोश का अमूमन हर कोई समर्थन कर रहा है वहीं निरंतर रूप से चलते आ रहे आंदोलन से हरियाणा रोडवेज को काफी नुक्सान हुआ है। जहां हरियाणा रोडवेज की 10 बसों द्वारा की जा रही आवाजाही पर भी विराम लग गया था।
इससे लोगों को तो परेशानी हो ही रही है पर हरियाणा परिवहन विभाग को भी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। आपको बता दें कि किसान आंदोलन के चलते हरियाणा प्रदेश से जुड़ें वाले कुछ मुख्य बॉर्डरों पर जाम लगा दिया गया है।
ऐसे में आन्दोलनंकारी किसान रास्ते से आने जाने वाहनों को आवाजाही की अनुमति नहीं दे रहे जिससे हर किसी को परेशानी हो रही है। इस परेशानी से बचने के हरियाणा रोडवेज की 10 बसों की आवाजाही पर विराम लगाया जा चुका है।
किसान आंदोलन के चलते रोडवेज आगरा मथुरा रुट को बदल दिया गया है। बसों का रूट डाइवर्ट करके उन्हें अब पलवल से वाया ताज एक्सप्रेस से भेजा जा रहा है। अब रास्ता बढ़ने और बदलने के कारण बसों का किराया भी बढ़ चुका है।
बल्लभगढ़ से चलने वाली सभी बसें नेशनल हाईवे से होते हुए पलवल, होडल, कोसी मथुरा से आगरा तक सफर तय करती है। इन बसों में सफर करने वाले यात्रियों को मथुरा के लिए 130 रुपये किराया देना पड़ रहा है जबकि आगरा के लिए किराया बढ़ कर 190 रुपये हो जाता है।
किसान आंदोलन की तर्ज पर पलवल में किसानों के दस्ते को देख रोडवेज के संचालन को रोक दिया गया था। पर जनता की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने वाया ताज एक्सप्रेस यात्रियों की आवाजाही को शुरू कर दिया था।
आपको बता दें कि अब बसों के किराये बढ़ गए हैं ऐसे में मथुरा जाने के लिए अब 130 की जगह 150 रुपये देने पड़ रहे हैं। बात की जाए आगरा की तो जहां टिकट के लिए 190 रुपये देने पड़ते थे वहीं अब 230 रुपये की टिकट खरीदनी पड़ेगी।