कृषि कानूनों पर किसानों का विरोध थमने का नाम ही नहीं ले रहा। एक ओर जहाँ सरकार किसानों को मानाने, समझाने-बिझाने का हर संभव प्रयास कर रही है वहीँ दूसरी ओर किसानों का प्रदर्शन और भी उग्र होता जा रहा है। किसानों का मानना है कि सरकार द्वारा पारित किये गए कृषि अध्यादेश किसानों का हित सोच कर के नहीं बल्कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों के फायदे का फरमान है।
अनेकों सामाजिक संगठनों, स्टूडेंट यूनियन और राजनैतिक दल किसानों के समर्थन में उत्तर चुके हैं। इतना ही नहीं, किसानों के हक़ के लिए बॉलीवुड के फिल्मी सितारों के बीच भी संग्राम छिड़ गया। हर तरफ से बेतहाशा समर्थन के बाद किसानों के हौसलें और बुलंद होते चले गए और किसान और सरकार के बीच टकराव और गतिरोध की स्थिति बनती और बढ़ती चली जा रही है।
सिख समूह ‘खालसा एड’ एक बार फिर से अपने परोपकारी काम के लिए सुर्खियां बटोर रहा है। आंदोलनरत किसानों की मदद कर ब्रिटेन का यह संगठन सबका दिल जीत रहा है। ‘खालसा एड’ विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों को मुफ्त भोजन और जरूरी सामान मुहैया करा रहा है। इतना ही नहीं, किसानों की सुविधा के लिए लक्ज़री भी दी जा रही है। साथ ही संगठन किसानों के लिए लंगर और किसानों को चिकित्सा मदद भी दे रहा है |
हाल ही में इस संगठन ने किसानों को दैनिक उपयोग की वस्तुएं मुफ्त में देने के लिए दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर एक किसान मॉल की स्थापना की है। इस किसान मॉल में टूथब्रश, टूथपेस्ट, साबुन, तेल, शैम्पू, वैसलीन, कंघी और ओडोमास लेकर हीटिंग पैड, घुटने के कैप, थर्मल सूट, शॉल व कंबल जैसी अन्य चीजों का बड़ा स्टॉक रखा गया है।