HomeLife StyleEntertainmentजानिए क्यों ‘माधुरी दीक्षित’ के नाम पर है अरुणाचल प्रदेश की इस...

जानिए क्यों ‘माधुरी दीक्षित’ के नाम पर है अरुणाचल प्रदेश की इस झील का नाम ।

Published on

जी हां यह सच्चाई है अरुणाचल प्रदेश की झील फिल्म स्टार माधुरी दीक्षित के नाम पर है। हालांकि अब माधुरी दीक्षित फिल्मों में नहीं दिखाई देती हैं, कई रियलिटी शोज में वह मौजूद रहती हैं बतौर जज के रूप में, लेकिन एक चीज ऐसी है जो माधुरी दीक्षित के नाम पर है।

आप बखूबी जानते हैं जो फिल्मों को देखने वाले हैं, माधुरी दीक्षित को चाहने वाले हैं, उनके फैंस हैं। वह तमाम बातें माधुरी दीक्षित के बारे में जानते भी हैं, और समझते भी हैं। आप बखूबी जानते हैं कि माधुरी दीक्षित की जो हंसी है जो स्माइल है वह बॉलीवुड में बेहद उम्दा पहचान रखती है।

और हर कोई उस हंसी का उस मुस्कान का कायल है, लेकिन क्या एक झील भी माधुरी दीक्षित की मुस्कान की कायल हो सकती है। जी सही कह रहे हैं, क्योंकि खबर के मुताबिक तो सच्चाई यही है। और माधुरी की और माधुरी दीक्षित के नाम पर ही अरुणाचल प्रदेश की झील का नाम है।

वह कौन सी झील है, किस जगह की झील है कहां पर मौजूद है यह सब आपको बताएंगे। तो आपको बतादें कि इस झील का नाम सांगतेसर झील है। ये झील 1973 के भूकंप के परिणामस्वरूप बनाई गई थी। झील का मार्ग जेमिथांग से शुरू होता है और इसमें 52 हेयरपिन हैं। झील के बीच में पेड़ हैं।

सर्दियों के दौरान, सांगतेसर झील जम जाती है और नारंगी-नीले, साथ ही बर्फीले सतह पर चमकदार सूरज, झील को देखने का मजा दोगुना कर देती हैं. ये नजदीकी शहर, तवांग से तकरीबन 30 किमी दूर स्थित है। झील समुद्र तल से 3,708 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। चलिए अब आपको बताते हैं कि कैसे माधुरी दीक्षित के नाम पर इस झील का नाम पड़ा। झील को मूल रूप से सांगतेसर झील कहा जाता है, लेकिन कभी इसे माधुरी झील के नाम से जाना जाता था। आपको जानकर हैरानी होगी कि ऐसा कैसे हो सकता है।

खैर, 90 के दशक में, बॉलीवुड फिल्म ‘कोयला’ का एक गाना, जिसमें शाहरुख खान और माधुरी दीक्षित ने झील के पास शूटिंग की थी। ये गाना इतना फेमस हो गया कि झील का नाम ही माधुरी झील रख दिया गया। इस नाम की वजह से लोग अक्सर यहां घूमने और इस जगह को एक्सप्लोर करने आते हैं। कुल मिलाकर जब किसी चीज़ का नाम किसी फ़ेमस वस्तु से जुड़ता है तो उसी फेमस वस्तु की वजह से जुड़ने वाला नाम भी प्रसिद्ध हो जाता है और यही इस झील के साथ भी हुआ।

Latest articles

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...

महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर रक्तदान कर बनें पुण्य के भागी : भारत अरोड़ा

श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के...

More like this

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती – रेणु भाटिया (हरियाणा महिला आयोग की Chairperson)

मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी...

नृत्य मेरे लिए पूजा के योग्य है: कशीना

एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर...