फरीदाबाद : किसान आंदोलन को आज 32 दिन बीत चुके हैं वही किसानों आंदोलन और तीव्र होता जा रहा है इसी को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 2 दिन से खटकड व बदोवाला टोल पर धरना दे रहे किसानों के बीच में शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी पहुंचे।
वहां पर चढूनी ने दोनों टोल को फ्री करने पर किसानों की खुले दिल से प्रशंसा की और आगे बढ़ते हुए कहा कि आंदोलन को इसी प्रकार से शांतिपूर्ण तरीके से चलाना है कुछ समय पहले किसान आंदोलन के दौरान ही भारत बंद का खुला समर्थन भी किया गया था।
वही खड़कड टोल प्लाजा पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कॉर्पोरेट हमारे देश को लूट रहे हैं अब जनता की लड़ाई कॉर्पोरेट के बीच है इसका उद्देश्य था कि 3 दिनों तक टोल को फ्री करवा कर कॉर्पोरेट को एक गहरा झटका दिया जा रहा था यह आंदोलन नहीं धर्म युद्ध है ।
यह धर्म युद्ध उन लोगों को बचाने के लिए किया जा रहा है जो इस कानून के लागू होने से भुखमरी के शिकार हो जाएंगे सोचने वाली बात यह है कि भूख कभी भी जाति और धर्म को देखकर नहीं लगती यह पेट में जलने वाली वह ज्वाला है ।
जिसे पूरा करने के लिए न जाने कितने तरीके अपनाते हैं वही इस कानून से करोड़ों लोग भूखमरी के शिकार हो जाएंगे उन्होंने यह कहा कि 1 महीने से लगातार किसानों द्वारा दिल्ली बॉर्डर पर दिए जाने वाले धरने के बाद भी सरकार द्वारा मांगे ना माने जाने पर अड़ी हुई है यह टक्कर है राज हट और जनता के बीच की है आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है ।
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि कॉर्पोरेट को झटका देने के लिए हमें उनके प्रोडक्ट का बहिष्कार करना होगा जैसे कि जिओ की सिम बंद करनी होगी लेकिन सरकार द्वारा लगाए गए टावर को नहीं उखाड़ना होगा
वही रिलायंस पेट्रोल पंप पर किसी भी व्यक्ति द्वारा तेल नहीं डलवाना है साथ ही उन्होंने कहा कि अंबानी और आडवाणी और बाबा रामदेव के कोई भी प्रोडक्ट नहीं खरीदने हैं ताकि प्रोडक्ट से अंबानी की 36% और बाबा रामदेव के 100% से ज्यादा बढ़ चुकी है