बढ़ते प्रदूषण ने शहरवासियों की परेशानी के साथ सरकार की चिंताएं भी बढ़ा दी है। प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बेतहाशा बढ़ता ही जा रहा है। जिले में प्रदूषण रोकथाम केस सिविक एजेंसियों के दावे फेल साबित हो रहे हैं। इतना ही नहीं सरकार ने भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सहमति से दो टीमों का गठन किया था जो प्रदूषण बढ़ाने के कारणों की स्टडी कर उन पर रोकथाम कर रही थी पर यह सभी प्रयास फेल हो रहे हैं।
बता दें कि सड़कों पर धूल उड़ने और उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषण से हवा दिन पर दिन खराब होती जा रही है। स्मार्ट सिटी और औद्योगिक शहर कहलाए जाने वाला फरीदाबाद अब एक गैस चैंबर बन चुका है। इतना ही नहीं शहर वासियों को जहरीली हवा में सांस लेनी पड़ रही है। आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान हवा एक बार फिर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई है।
2 दिन से फरीदाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार पहुंचा हुआ है। रविवार को इन आंकड़ों में आए जबरदस्त उछाल से यह आंकड़ा 404 दर्ज किया गया। बता दें कि पिछले दो-तीन दिन तेज हवा चलने के बाद प्रदूषण के स्तर में गिरावट आनी शुरू हुई थी जहां एक यूआई घटकर 280 तक पहुंच गया था मगर रविवार को एक बार फिर शहर की हवा बेहद दूषित रिकॉर्ड की गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में वायु की गुणवत्ता का सूचकांक कुछ इस प्रकार रहा :- सेक्टर 30 में 381 एक्यूआई और क्षेत्र में 408 दर्ज किया गया। साथ ही बल्लभगढ़ क्षेत्र में 281 एक ही रहा जो कि बहुत खराब श्रेणी में आता है।