प्रदेश में प्रगति और विकास के कार्य निरंतर चलते जा रहे हैं। इसके लिए हरियाणा सरकार अनेकों प्रयास कर रही है। शहर को स्मार्ट सिटी बनाने पर काफी समय से ध्यान दिया जा रहा है पर गौरतलब है की सरकार, प्रशासन, निगम और सभी अधिकारियों को केवल शहर के विकास की चिंता है। रात के समय में अगर किसी गांव में जाना पड़ जाए तो चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई देता है।
गांव में विकास प्रगति और डेवलपमेंट के यह मॉडल लागू नहीं किए जाते लेकिन आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों का यह अंधेरा छठने वाला है क्योंकि अब शहरों की तरह हरियाणा के गांवों में भी स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी। बता दें कि रात में शहर की सड़कें रोशन करने के लिए स्ट्रीट लाइटों का बिल शहरवासी झुकाते हैं और सरकार इसके लिए 2 फ़ीसदी टैक्स भी लागू करती है पर अब सरकार ने गांवों की गलियों में रात के समय में अंधेरा ना रहे इसके लिए एक योजना बनाई है।
बता दें कि शहर की तर्ज पर शुरू की गई है। योजना ग्रामीण बिजली उपभोक्ता पर भी 2 फ़ीसदी पंचायत टैक्स लगाएगी। जिले में घरेलू व कमर्शियल कनेक्शन की संख्या 2,22,985 है इनमें से 1,90,000 घरेलू यानी डोमेस्टिक उपभोक्ता है। शहरी उपभोक्ताओं की बात करें तो इसमें से 47,000 शहरी जनसंख्या है बाकी 1,46,000 उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्र के हैं।
जिले में 2,4,058 कमर्शियल कनेक्शन है और कुल 256 गांव हैं। फतेहाबाद के सरपंच थानगढ़ एवं प्रवक्ता एसोसिएशन प्रेम कुमार का कहना है कि यह सरकार का बेहद सराहनीय फैसला है। पंचायत फंड के नाम पर यह टेक्स प्रत्येक उपभोक्ताओं को ₹20 से ₹30 तक मुश्किल से लगेगा लेकिन गांव पंचायत के लिए राशि काफी हो जाएगी। इससे गांव में स्ट्रीट लाइट तो चलेगी वहीं अन्य विकास कार्य भी बिना किसी रूकावट के हो सकेंगे।