गैंगस्टर मनोज मांगरिया के घर में छिपे होने की आशंका पर फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने सोमवार को मांगरिया के घर का दरवाजा तोड़ दिया। क्राइम ब्रांच को ये सूचना मिली थी कि पिछले दिनों कारोबारी मनोज भाटी हत्याकांड का मास्टरमाइंड मांगरिया गांव मांगर में अपने घर आया हुआ है।
सेक्टर-30 क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर विमल कुमार तुरंत टीम के साथ मौके पर पहुंचे। किलेनुमा घर का दरवाजा अंदर से बंद था। क्राइम ब्रांच के दरवाजा खटखटाने के बाद जब किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो क्राइम ब्रांच ने डीसीपी से सर्च वारंट लेकर स्थानीय थाना पुलिस से संपर्क किया और मौके पर अर्थमूवर मशीन मंगवाई।
अर्थमूवर मशीन की सहायता से क्राइम ब्रांच ने मांगरिया के घर का दरवाजा तोड़ डाला। दरवाजा तोड़े जाने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम मांगरिया के घर में घुसी। क्राइम ब्रांच का दावा है कि तब तक मांगरिया व उसके परिवार के अन्य सदस्य घर में पीछे बने दरवाजे से पहाड़ों की तरफ फरार हो गए। घर पर उन्हें कोई नहीं मिला।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि उन्हें मांगरिया के घर में हथियार छिपा होने की आशंका थी। संभवत: यह पहली बार है, जब फरीदाबाद पुलिस ने किसी बदमाश के घर में दाखिल होने के लिए अर्थमूवर मशीन की सहायता ली। क्यों कि अब तक इस तरह की कार्यवाही सिर्फ यूपी पुलिस
क्राइम ब्रांच की इस कार्यवाही की पूरे क्षेत्र में चर्चा हो रही है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि मांगरिया ने अपना घर को पूरी तरह से किलेनुमा बनवाया हुआ है। पत्थरों की 12 फुट ऊंची दीवारे और उन पर कटीली तारें लगायी हुई है, घर में चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
बता दें कि बुधवार को गांव अमीपुर निवासी मनोज भाटी की सेक्टर-31 श्रमिक विहार हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप गैंगस्टर मनोज मांगरिया पर है। क्राइम ब्रांच का दावा है कि मांगरिया ने सुपारी देकर शूटरों से भाटी की हत्या कराई।
इस मामले में क्राइम ब्रांच 4 शूटर सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। मास्टरमाइंड मांगरिया अभी फरार है। मनोज मांगरिया पर दो लाख रुपये का इनाम भी घोषित है।