हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग एक नोटिस जारी कर सैकड़ों युवाओं के सपने को चकनाचूर करते हुए सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवाओं को बड़ा झटका दिया है। दरअसल आयोग द्वारा चार भर्तियां रद्द करते हुए एक नोटिस जारी कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक 108 पदों पर भर्तियां होनी थी परंतु इस नोटिस के बाद ऐसा नहीं हो पाएगा। इसका अर्थ यह है कि जिन युवाओं ने आवेदन के लिए फॉर्म भरे थे अब उन्हें बदले में निराशा ही मिलेगी अन्यथा और कुछ नहीं।
दरअसल पिछले साल नवंबर 2019 में 108 पदों के लिए भर्तियां रद्द करने के विज्ञापित हुई थी। वहीं इन पदों को भरने के लिए संबंधित विभागों की तरफ से नवंबर 2020 में स्पष्टीकरण भेजा गया था। जिसे देखते हुए जूनियर ड्राफ्ट्समैन के 76, यूडीसी के 6, स्टेनो टाइपिस्ट के 25 व लेबोरेट्री तकनीशियन के एक पद के लिए निकाली भर्ती निरस्त कर दी गई है।
सैकड़ों युवाओं ने सरकारी नौकरी के सपने सजा लिए थे वहीं अब उन्हें सरकार की तरफ से निराशा नामक नोटिस मिला है जिसके बाद देश का युवा एक बार फिर नौकरी के लिए दर-दर भटकता हुआ दिखाई देने वाला है।
वही नए साल पर कुछ नया करने के लिए अब हरियाणा सरकार 30 हजार पद भरने की योजना पर कार्यरत है। आयोग के चेयरमैन भारत भूषण भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि भर्तियों का खाका तैयार हो चुका है। उन्होंने आगे जानकारी में बताया कि ग्राम सचिव समेत अनेक भर्ती परीक्षाएं होंगी। अब युवाओं को बार-बार आवेदन और फीस भरने की जरूरत भी नहीं होगी। कॉमन एंट्रेस टेस्ट लिया जाएगा।
अब भर्ती के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन होगा। जिसमें नाम, पिता का नाम, माता का नाम, उम्र समेत कई जानकारियां देनी होंगी। शैक्षणिक व प्रोफेशनल योग्यता की जानकारी देनी होगी। पंजीकरण करते समय दस्तावेज अपलोड करना जरूरी है। इसके बाद यूजर को यूनिक आईडी नंबर मिल जाएगा। इससे युवाओं को बार-बार फीस नहीं भरनी पड़ेगी। यह कहीं ना कहीं नववर्ष का तोहफा होगा जैसे हरियाणा सरकार युवाओं को सौंपने की तैयारी में है।