आमतौर पर रोडवेज की बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक सुविधा उपलब्ध रहती ही है जहां सभी यात्री अपना सामान बस के ऊपर यानी छत पर लगे स्टैंड में रख सकते हैं। आमतौर पर यह भी देखने में आता है कि कॉलेज व स्कूलों के छात्र भी बसों की छत के ऊपर अपना सामान रखते हैं। परंतु सामान रखने के लिए लगाए गए बस की छत पर लोहे के एंगल का दुरुपयोग किया जाता है। जिसके अनेकों किस्से सामने भी आए हैं।
लोगों की लापरवाही के कारण इससे सड़क हादसे और दुर्घटनाओं के मामले भी कई गुना बढ़ गए हैं। बता दें कि अब रोडवेज बसों की छत पर सामान रखने के लिए लगाए गए लोहे के एंगल के स्टैंड बसों पर से उतार दिए गए हैं। पाया जाता था कि इन लोहे के स्टैंड पर कुछ युवक चढ़कर बैठ जाते हैं ऐसे में कई बार चालक के इमरजेंसी ब्रेक लगाने पर छत पर बैठे यात्री नीचे गिरने से चोटिल भी हुए हैं और कईयों ने तो अपनी जान भी गवाही है।
रोडवेज कर्मचारी यूनियन के उप महासचिव दीपक बल्हारा का कहना है कि स्कूल कॉलेजों में आने जाने वाले विद्यार्थी बसों के पीछे से भाग कर चलती हुई बसों की छतों पर चढ़ जाते थे जिससे हर रोज कोई ना कोई हादसा होता ही रहता था। प्रशासन द्वारा उठाए गए इस कदम से हादसों पर रोक लगेगी। बता दें कि यह निर्णय विभिन्न जिलों के रोडवेज डिपो के जीएम ने अपने स्तर पर उठाया है इस बारे में विभाग की ओर से कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है।