सट्टा लगाने वाले ग्राहकों की ऑनलाइन तलाश, हर महीने हो रहा करोड़ों का ट्रांजैक्शन

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यूं तो सट्टा लगाना भारत में प्रतिबंधित है परंतु इसके बावजूद भी फरीदाबाद समेत पूरे दिल्ली एनसीआर में लोगों को सट्टा लगाने का काफी शौक है। सट्टा यानी मटका जुआ लॉटरी लगाना सरकार के नियमों में एक अपराध घोषित किया जा चुका है पर फिर भी शहरों में ऑनलाइन सट्टा जमकर खेला जा रहा है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया साइट्स जैसे टि्वटर इंस्टाग्राम और टेलीग्राम समेत अन्य प्लेटफार्म पर इसका खुलेआम प्रचार भी हो रहा है और हो रहा है और साथ ही ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए ग्राहकों की तलाश भी चल रही है।

सट्टा लगाने वाले ग्राहकों की ऑनलाइन तलाश, हर महीने हो रहा करोड़ों का ट्रांजैक्शन

हैरानी की बात तो यह है कि सट्टेबाजी ऑनलाइन होने से पुलिस इन लोगों पर लगाम भी नहीं कर पा रही है। बता दें कि शहर से कई तरह का मटका खेला जाता है जैसे राजधानी डे, मेन मुंबई डे, वर्ली डे, मिलन डे, सुप्रीम डे, कल्याण नाईट, मिलन नाईट, सुप्रीम नाइट, सागर नाइट, भाग्य लक्ष्मी, सुप्रीम नाइट, सागर नाइट, सागर डे, श्री गणेश, फरीदाबाद-यूपी बाजार, गुजरात मार्केट, हरिद्वार मार्केट, आगरा स्पेशल, ग्वालियर बाजार, धनलक्ष्मी बाजार आदि।

सट्टा लगाने वाले ग्राहकों की ऑनलाइन तलाश, हर महीने हो रहा करोड़ों का ट्रांजैक्शन

इतना ही नहीं मौजूदा समय में नंबरों पर भी सट्टा खेला जाता है। इस धंधे में शामिल लोग खेल जीतने के लिए अपनी पसंद के नंबर पर पैसा लगाते हैं जो व्यक्ति रुपए का खेल जीता है उसे सट्टा किंग के नाम से बुलाया जाता है। लोगों में इन दिनों सट्टा खेलने का काफी प्रचलित है पर बता दें किस सट्टा खेलना गैर कानूनी है।

सट्टा लगाने वाले ग्राहकों की ऑनलाइन तलाश, हर महीने हो रहा करोड़ों का ट्रांजैक्शन

पुलिस पीआरओ एसपी सिंह का कहना सिंह का कहना है कि पब्लिक 1867 के तहत देश में सट्टा खेलना गैरकानूनी देश में सट्टा खेलना गैरकानूनी है और इतना ही नहीं पकड़े जाने पर कड़ी कार्यवाही भी हो सकती है। ऑनलाइन मटके के खेल को लेकर पुलिस सख्ती से नजर बनाए हुए हैं और ऐसी उम्मीद है कि जल्द ही ऐसे सटोरियों की पहचान की जाएगी और उन पर कड़ी कार्यवाही होगी।