जानिये कैसे इस जादुई पैन के ज़रिये लोग हो रहे हैं ठगी का शिकार, ठग अपना रहे नए – नए तौर तरीके

    0
    396

    अपराधी आपको लूटने के लिए कैसे – कैसे हथकंडे अपना सकते हैं आपको यह जान ना बेहद ज़रूरी है। कार्ड क्लोन के बारे में तो आपने सुना ही होगा लेकिन जिले में पिछले कुछ महीनों एक अंदर अपराधी मैजिक पेन का उपयोग कर लोगों को ठग रहे हैं। नए-नए तरीके इजाद करने वाले ठगों ने मैजिक पैन का इस्तेमाल कर जिले के एक कारोबारी के खाते से एक लाख रुपये उड़ा लिए।

    जिले में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिले में ठगी के मामले तो सामने आते रहते हैं मगर कुछ केस ऐसे होते हैं कि सुनकर यकीन कर पाना भी मुश्किल हो जाता है।

    जानिये कैसे इस जादुई पैन के ज़रिये लोग हो रहे हैं ठगी का शिकार, ठग अपना रहे नए - नए तौर तरीके

    फरीदाबाद में ऐसा मामला पहली बार सामने नहीं आया है। आपको बता दें यह मामला साल 2018 का है। दो साल की जांच के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर किया है। साइबर अपराध के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कारोबारी योगेश्वर ने पुलिस को बताया कि 27 अगस्त 2018 को उनके पास एक फोन आया था। अपराधियों ने कारोबारी को खुद को कार कंपनी का अधिकारी बताया और कहा कि कंपनी एक विशेष ऑफर के तहत उनकी कार की वारंटी दो साल बढ़ा रही है। इसी लालच में आके वह ठगी का शिकार हुए।

    जानिये कैसे इस जादुई पैन के ज़रिये लोग हो रहे हैं ठगी का शिकार, ठग अपना रहे नए - नए तौर तरीके

    लगातार आपराधिक मामलों में वृद्धि देख प्रशसान के ऊपर सवाल खड़े करना स्वाभाविक है। आपको बता दें, मैजिक पेन में एक विशेष प्रकार की इंक का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें कई तरह के केमिकल मिले होते हैं। कारोबारी के मुताबिक, जब अपराधी उनसे मिलने पहुँचा तो चेक अपराधी ने राशि भरने के लिए ले लिया और अपने पेन से 1150 रुपये की राशि भरी। इसके बाद चेक वापस देकर योगेश्वर से हस्ताक्षर करने के लिए कहा। कारोबारी ने चेक पर हस्ताक्षर करके दे दिए। अगले ही दिन उनके खाते से एक लाख रुपये निकाले जाने का मैसेज मोबाइल पर आया।

    जानिये कैसे इस जादुई पैन के ज़रिये लोग हो रहे हैं ठगी का शिकार, ठग अपना रहे नए - नए तौर तरीके

    फरीदाबाद पुलिस – प्रशासन लगातार जनता को जागरूक भी कर रही है। मैजिक पेन में जिस इंक का यूज किया जाता है। उसमें डी आयोनाइज्ड वॉटर, ग्लाइकोल, नॉन स्टिकी डिटर्जेंट, सिट्रिक एसिड, और सोडियम सल्फाइड जैसे केमिकल्स होते हैं। जो आसानी से ठगी करने में अपराधियों के हौसलें बुलंद करती है।